झाबुआ।| एनएमटी न्यूज़ एजेंसी | जैन श्वेतांबर श्रीसंघ झाबुआ के व्यवस्थापक (अध्यक्ष) पद के लिए कल हुए चुनाव में सुश्रावक संजय मेहता ने भारी मतों के अंतर से ऐतिहासिक विजय प्राप्त की है। कुल 771 मतों में से संजय मेहता को 445 मत मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी भरत बाबेल को 326 मत प्राप्त हुए। 2 मत निरस्त हुए। इस प्रकार संजय मेहता ने 119 मतों से अब तक की सबसे प्रचंड जीत दर्ज की है।
शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न, मतदाताओं का उत्साह रहा विशेष
चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ, जिसमें कुल 771 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। सर्वसम्मति से 24 असमर्थ मतदाताओं के वोट उनके घर जाकर डलवाए गए।
पांच माह पूर्व समाप्त हुआ था कार्यकाल, चुनाव टालने के प्रयास हुए विफल
यह चुनाव लगभग पांच माह पहले होना था, लेकिन उस समय के प्रोसिडिंग रजिस्टर के अचानक गायब हो जाने से चुनाव टल गया था। पूर्व अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक बैठक भी हुई थी, जिसमें चार नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित थे, परंतु सर्वसम्मति न बनने पर बैठक बर्खास्त कर दी गई थी। इस दौरान प्रोसिडिंग रजिस्टर चोरी हो जाना समाज में कड़ी निंदा का विषय बना। पूर्व अध्यक्ष ने इस घटना पर कोई जानकारी न होने की बात कही थी।
संजय मेहता की जीत में धर्म की विजय देखी जा रही है
समाज जनों से चर्चा करने पर अधिकांश ने कहा कि संजय मेहता ने अपने जीवन में केवल जिनेश्वर भगवान की आज्ञा का पालन किया है, और झाबुआ संघ ने इन्हें सदैव देखा है। इसलिए समाज ने इन्हें जिताकर धर्म के झंडे को और भी ऊँचा किया है। कई लोगों ने इसे धर्म की जीत करार दिया और कहा कि दादा आदेश्वर के योग्य व्यक्ति को इस पद पर बिठाया गया है।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष का आभार और आगे के कार्यों का संकल्प
सुश्रावक संजय मेहता ने सभी समाजजनों, चुनाव संचालन टीम, पुलिस प्रशासन और मीडिया का दिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मैं अपने पद की गरिमा को बनाकर रखूंगा और धर्म की धजा को सतत आगे बढ़ाऊंगा। शीघ्र ही आगामी कार्यों के लिए संयमित एवं सीमित कार्यकारिणी का गठन करूंगा।”
इस ऐतिहासिक जीत से झाबुआ के जैन समाज में नया उत्साह और उम्मीद जगी है, जो आने वाले समय में धर्म की प्रगति और एकता को और मजबूत करेगी।
महावीर सन्देश – रिंकू रुनवाल