राजगढ़ | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी |
राजगढ़ के श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में प्रसिद्ध अष्टम गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद्विजय ऋषभचंद्र सूरीश्वर जी म.सा. के शिष्य एवं रत्न जीवदया तथा मानवसेवा के आदर्श मुनिराज श्री जीतचन्द्र विजय जी म.सा. का 40वां जन्मोत्सव भव्य रूप से आयोजित किया गया।
जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर सेवा एवं श्रद्धा
जन्मोत्सव के पावन अवसर पर मुंबई के ठाणे/देसूरी निवासी राकेश भाई कुंदनमल बोराणा ने सपरिवार स्थानीय गोशाला में विशेष सेवा की। उन्होंने गायों को गुड़ और लापसी के साथ-साथ ताजी हरी घास परोसी। इसके अतिरिक्त, कबूतरों को दाना खिलाया और गायों को हरी सब्जियां तथा ताजे फल भी प्रदान किए।
आशीर्वाद और सम्मान
सेवा एवं श्रद्धा के इस शुभ कार्य में लाभार्थी परिवार ने मुनिराज श्री पुष्पेंद्र विजय जी म.सा. तथा मुनिराज श्री जीतचन्द्र विजय जी म.सा. से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर सभी ने मुनिराज के स्वास्थ्य, दीर्घायु एवं समाजसेवा के लिए शुभकामनाएं प्रकट कीं।
धार्मिक परंपरा एवं सेवा का संदेश
इस आयोजन ने दादा गुरुदेव की पाट परंपरा और मानव सेवा के आदर्शों को पुनः जीवित किया। मुनिराज जीतचन्द्र विजय जी की सेवाभावना और समाज के प्रति समर्पण को जन्मोत्सव ने एक नई ऊर्जा और प्रेरणा दी।
रिपोर्ट: धर्मेंद्र भंडारी, राजगढ़