हर माह करेंगे पीड़ितों की मदद, मानवता का निभाएंगे धर्म
मुरैना | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी |
मुरैना जैन समाज की सेवा भावी संस्था ‘जैन मित्र मंडल’ ने एक सराहनीय एवं अनुकरणीय पहल करते हुए प्रति माह प्राणी मात्र की सेवा और सहयोग का संकल्प लिया है। इस कदम से न केवल समाज के जरूरतमंदों को संबल मिलेगा, बल्कि मानवता की भावना को भी नई ऊर्जा प्राप्त होगी।
मासिक बैठक में हुआ ऐतिहासिक निर्णय
विगत दिवस आलोक प्रेस पर आयोजित मासिक बैठक में समाज के प्रमुख सदस्यों ने मिलकर इस निर्णय को सर्वसम्मति से स्वीकार किया। बैठक में यह तय किया गया कि—
- हर माह एक निश्चित तिथि को सभी सदस्य एकत्रित होंगे।
- यदि किसी सदस्य को आर्थिक संकट है, तो सभी सदस्य मिलकर सहयोग करेंगे।
- हर माह एक दिन गौशाला, अनाथाश्रम, वृद्धाश्रम, अंधाश्रम जैसे सेवा स्थलों पर जाकर सेवा कार्य किए जाएंगे।
- इन सभी कार्यों हेतु एक सामूहिक कोष बनाया जाएगा, जिसमें सदस्य स्वेच्छा से अंशदान करेंगे।
सेवा ही सच्चा धर्म – समाज ने लिया दृढ़ संकल्प
‘जैन मित्र मंडल’ ने यह स्पष्ट किया कि सेवा के इन कार्यों में केवल अपने सजातीय बंधु ही नहीं, प्राणी मात्र की सेवा को प्राथमिकता दी जाएगी। चाहे वह भूखा मानव हो, असहाय वृद्ध हो या किसी निरीह पशु की पीड़ा – संगठन धर्म, जाति और वर्ग से परे जाकर सहयोग का हाथ बढ़ाएगा।
समिति का गठन – सशक्त नेतृत्व की दिशा में कदम
सेवा कार्यों को प्रभावी रूप देने हेतु मनोज जैन नायक, राजकुमार जैन राजू, सुनील जैन पुच्ची, अशोक जैन मेडिकल, नरेश जैन टिल्लू और सोनू जैन ज्ञानतीर्थ सहित अन्य सदस्यों की एक समिति गठित की गई है, जो सेवा कार्यों की योजना एवं क्रियान्वयन की ज़िम्मेदारी संभालेगी।
तीर्थयात्रा आयोजन पर भी चर्चा
बैठक में यह भी प्रस्ताव रखा गया कि नगर के सभी बंधुओं को तीर्थयात्रा कराने हेतु योजनाबद्ध प्रयास किए जाएं। इस विषय पर विचार-विमर्श करते हुए सभी ने अपने सुझाव साझा किए और भगवान महावीर स्वामी के जयकारों के साथ बैठक का समापन हुआ।
उपस्थित रहे समाज के प्रमुख चेहरे
इस ऐतिहासिक बैठक में सतेंद्र जैन, एडवोकेट धर्मेंद्र जैन, अभिषेक जैन टीटू, सुनील जैन पुच्ची, अशोक जैन मेडिकल, नितिन जैन, अनिल जैन गढ़ी, रानू जैन पलपुरा, सालवी जैन सैंकी, योगेश जैन आलेश, अतुल जैन, अमर जैन, ऋषभ जैन, गौरव जैन, पंकज जैन, सोनू जैन ज्ञानतीर्थ और अनुराग जैन प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
जैन मित्र मंडल का यह सेवा भाव न केवल मुरैना, बल्कि सम्पूर्ण जैन समाज के लिए एक प्रेरणादायक आदर्श है। जब सेवा और सहयोग को संगठनात्मक रूप दिया जाए, तो समाज की हर पीड़ा का समाधान संभव हो जाता है। यह निर्णय निश्चित ही मुरैना को एक संवेदनशील, सहानुभूतिशील और संस्कारित समाज के रूप में पहचान दिलाएगा।
“सेवा से सिद्धि, सहयोग से शक्ति – यही है जैन मित्र मंडल की सच्ची भक्ति”
जय जिनेंद्र!
महावीर संदेश | संवाददाता: मनोज जैन ‘नायक’ |