श्री सुपार्श्वनाथ भगवान के जन्म कल्याणक महोत्सव में होगा दिव्य सान्निध्य
नलखेड़ा (आगर मालवा)। । एनएमटी न्यूज़ एजेंसी | तपोभूमि उज्जैन से अपनी पर्यावरण यात्रा पर विहार करते हुए दिगंबर जैन आचार्य 108 श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज का 6 जून को नलखेड़ा नगर में भव्य मंगल प्रवेश होने जा रहा है। इस शुभ अवसर पर वे भगवान श्री सुपार्श्वनाथ जी के जन्म कल्याणक महोत्सव में पावन सान्निध्य देंगे।
🌿 पर्यावरण रक्षक संत का आगमन: पुण्य और प्रेरणा का संगम
आचार्य श्री अपने आगामी वर्षायोग हेतु कोटा (राजस्थान), महावीर नगर प्रथम विस्तार की ओर विहाररत हैं। इस मार्ग में नलखेड़ा नगर का पड़ाव विशेष धार्मिक व पर्यावरणीय महत्व लेकर आया है।
आचार्य श्री ने 2024 के वर्षायोग के अवसर पर एक करोड़ वृक्षारोपण का संकल्प लेते हुए उज्जैन से पर्यावरण यात्रा प्रारंभ की थी। उनके माध्यम से कई नगरों में सर्वधर्म समाज के सहयोग से वृक्षारोपण अभियान सम्पन्न हो चुका है, जिसमें सुसनेर में 1008 पौधों का रोपण विशेष उल्लेखनीय रहा।
📜 आगमन पूर्व कार्यक्रम:
🔸 5 जून – आमला में आचार्य श्री का आहारचर्या कार्यक्रम सुसनेर रोड स्थित जैन उपाश्रय में होगा।
🔸 6 जून – आमला से सुईगांव, गुदरावन होते हुए नलखेड़ा नगर में प्रवेश।
🔸 भव्य स्वागत समारोह – लखुंदर नदी के समीप से आचार्य श्री का बैंड-बाजे और शोभायात्रा के साथ नगर में ऐतिहासिक स्वागत होगा। उनके साथ मुनि भगवंतों एवं क्षुल्लकजी का भी नगर प्रवेश होगा।
🛕 7 जून का मुख्य आयोजन:
🔹 स्थान: श्री सुपार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर, चौक बाजार
🔹 कार्यक्रम: भगवान श्री सुपार्श्वनाथ जी के जन्म कल्याणक महोत्सव का आयोजन
🔹 विशेषता: आचार्य श्री के सान्निध्य में धार्मिक उल्लास, पूजा-पाठ, और आध्यात्मिक प्रवचन
🙏 समाजजन की भावनाएं हुईं स्वीकार
दिगंबर जैन समाज नलखेड़ा के विपिन पाटनी ने बताया कि समाजजन श्रीफल अर्पित कर आचार्य श्री से नलखेड़ा आने की विनती करने पहुंचे थे। समाज की भावनाओं को सम्मान देते हुए आचार्य श्री ने अपनी स्वीकृति प्रदान की।
🌱 नलखेड़ा में संभावित पर्यावरण कार्यक्रम
आशा की जा रही है कि आचार्य श्री नलखेड़ा में भी पर्यावरण संरक्षण को समर्पित कार्यक्रम आयोजित करेंगे, जिससे समाजजन प्रेरित होकर हरित जीवन शैली अपनाएं और वृक्षों को धर्म से जोड़ते हुए पर्यावरण की रक्षा करें।
📣 समापन संदेश:
यह केवल एक धार्मिक पड़ाव नहीं, बल्कि एक संवेदना, संकल्प और संस्कार से भरा अध्यात्मिक पर्व है। नगरवासियों से निवेदन है कि वे इस आयोजन में पूरे उत्साह और श्रद्धा से भाग लें।
🖋️ महावीर सन्देश – राजेन्द्र सकलेचा, नलखेड़ा