मूक पशुओं की शांति के लिए श्रावकों ने किया आयंबिल तप और नवकार मंत्र जाप

 

साध्वी तीर्थ निधि की निश्रा में बच्चों व महिलाओं के लिए चार दिवसीय अयूर नु वृंदावन शिविर का शुभारंभ

झाबुआ। ।  एनएमटी न्यूज़ एजेंसी | आचार्य श्रीमद् विजय जयानंद सूरीश्वर एवं आचार्य श्रीमद् दिव्यानंद सूरीश्वर की प्रेरणा एवं साध्वी तीर्थ निधि की निश्रा में आयोजित चार दिवसीय अयूर नु वृंदावन शिविर का शनिवार को बावन जिनालय के प्रवचन हाल में शुभारंभ हुआ। यह विशेष शिविर बच्चों एवं महिलाओं के लिए आयोजित किया गया है जो 10 जून तक चलेगा।

शिविर के पहले दिन स्थानीय राज राजेंद्र ज्ञानपीठ पाठशाला में धार्मिक ज्ञान के लिए लगभग 35 बालक-बालिकाओं ने गहुली प्रतियोगिता में भाग लिया और विभिन्न आकर्षक गहुली बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। प्रतियोगिता का आयोजन सीनियर और जूनियर वर्ग में किया गया, जिसमें सीनियर वर्ग में अविशी जैन, चाहत रुनवाल, शिवांगी देयड़ा, परी रूनवाल, तीर्थम जैन एवं चहेती पगारिया और जूनियर वर्ग में लब्धि जैन, प्रणवी जैन, नित्य रूनवाल तथा रिया जैन श्रेष्ठ स्थान पर रहीं। इन प्रतिभागियों को समाज के पदाधिकारियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।

इसी अवसर पर बकरा ईद के दिन मूक पशुओं को दी जाने वाली बलि की शांति हेतु पौषध शाला में 85 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने आयंबिल तप कर मृत आत्माओं की शांति हेतु नवकार मंत्र जाप किया। इस पावन आयोजन में वरिष्ठ सुश्रावक धर्मचंद्र मेहता, अशोक कटारिया, ओएल जैन, हितेश मूथा, राजेंद्र कटारिया, रमेश छाजेड़, रिंकू रुनवाल, वर्धमान राठौर, गिरीश नाहर, प्रदीप भंडारी, अर्पित सकलेचा सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे और उन्होंने पशु आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। आयंबिल तप के लाभार्थी लीलाबाई शांतिलाल भंडारी रहीं। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री संघ अध्यक्ष संजय मेहता ने किया।

चार दिवसीय शिविर में होंगे विशेष विषय

इस शिविर में महिलाओं के लिए ‘कर्म माइथोलॉजी और रियलिटी’ विषय पर चर्चा आयोजित की जाएगी। प्रवचन के दौरान ‘परम नी ओलेख’, ‘वीतराग पासे मांगनी’, ‘सच्चा श्रावक कौन’, ‘जिनशासन अेटले शु’ जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला जाएगा।

विशेष आकर्षण के रूप में आर्यवेश धारण कर आने वाले बच्चों को पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे। शिविर के दौरान विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी तथा संध्या भक्ति में लकी ड्रा का भी आयोजन होगा।

शिविर का आयोजन प्रतिदिन प्रातः 8:15 बजे बच्चों के लिए ज्ञान मंदिर पर, सुबह 9 बजे प्रवचन तथा दोपहर 2 से 4 बजे पौषध शाला में होगा। शाम 6:30 बजे से बावन जिनालय में प्रभु भक्ति का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन श्री जैन श्वेतांबर श्री संघ द्वारा संचालित है।


यह आयोजन धार्मिक एवं आध्यात्मिक रूप से समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और झाबुआ में जैन समुदाय के लिए एक प्रेरणादायक कार्यक्रम साबित होगा।


महावीर सन्देश – रिंकू रुनवाल, झाबुआ

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