नेत्रदान कर मानवता की मिसाल बने सतीशचंद्र चोरडिया

 

शोक की घड़ी में परिवार ने लिया प्रेरणादायक निर्णय, दो व्यक्तियों को मिलेगी नई दृष्टि

रतलाम।।  एनएमटी न्यूज़ एजेंसी | 
रतलाम जिले की बाजना तहसील के निवासी स्व. मांगीलाल चोरडिया के सुपुत्र सतीशचंद्र चोरडिया के असामयिक निधन के पश्चात उनके परिजनों ने एक अनुकरणीय और मानवीय मिसाल पेश करते हुए नेत्रदान (कॉर्निया डोनेशन) का निर्णय लिया। इस नेक पहल से दो दृष्टिहीन व्यक्तियों को जीवनभर के लिए रोशनी प्राप्त होगी।

इस संवेदनशील और प्रेरक निर्णय में नेत्रम संस्था की महत्वपूर्ण भूमिका रही। संस्था के दीपक तातेड़ (शिवगढ़), सुभाष तातेड़ और नितिन पोरवाल ने शोकसंतप्त परिवार को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया। नेत्रम संस्था के हेमन्त मूणत ने बताया कि स्व. सतीशचंद्र चोरडिया के पुत्र अर्पण चोरडिया, पौत्र अक्षत चोरडिया एवं अन्य परिजनों की सहमति के पश्चात यह कार्य संपन्न हुआ।

🏥 मेडिकल कॉलेज टीम ने निभाई जिम्मेदारी, समय पर हुआ नेत्र संग्रहण

रतलाम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. अनीता मुथा को सूचित किए जाने के बाद, उनके निर्देशन में नेत्र विभागाध्यक्ष डॉ. रिशेन्द्र सिसोदिया के नेतृत्व में डॉ. मृदुल जैन, नर्सिंग ऑफिसर विनोद कुशवाह और जीवन देवड़ा की टीम ने बाजना में पहुंचकर सफलतापूर्वक नेत्र संग्रहण की प्रक्रिया पूरी की।

इस प्रक्रिया के दौरान टीम के आवागमन की व्यवस्था नवनीत मेहता ने अपने निजी वाहन से की, जो इस पुनीत कार्य में समर्पण की मिसाल है।

🙏 समाज सेवियों की रही गरिमामयी उपस्थिति, संस्था ने जताया आभार

इस अवसर पर शलभ अग्रवाल, सतीष नाहर, पूनमचंद चोरडिया, विमल कोठारी, विनोद पालरेचा, लक्ष्मीचंद जैन और मनोज नाहर की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिन्होंने परिवार को भावनात्मक संबल प्रदान किया।

नेत्रम संस्था ने चोरडिया परिवार के इस मानवीय निर्णय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्य समाज में नेत्रदान के प्रति जागरूकता को नया आयाम देगा और दूसरों को भी इस ओर प्रेरित करेगा।


महावीर सन्देश – प्रफुल जैन,

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