लोकल फॉर वोकल की शपथ, स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का लिया संकल्प
जावरा।। एनएमटी न्यूज़ एजेंसी |
धार्मिक नगरी जावरा स्थित श्री राज राजेंद्र वाटिका तीर्थ, जो प्रात:स्मरणीय श्रीमद् विजय राजेंद्र सूरीश्वरजी महाराज की क्रियोधर तपोभूमि रही है, वहां दिनांक 8 जून को अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद जावरा शाखा का दायित्व ग्रहण समारोह सादगी, गरिमा और आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ संपन्न हुआ।
समारोह की अध्यक्षता श्री सौधर्म बृहद् तपोगच्छीय त्रिस्तुतिक जैन संघ थराद-मुंबई के प्रमुख रमेश धरू ने की, जबकि परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री सुधीर लोढ़ा ने जावरा शाखा के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई।
नवनिर्वाचित पदाधिकारियों में:
🔹 अध्यक्ष – सुमित दसेड़ा
🔹 सचिव – रुपेश सिसोदिया
🔹 कोषाध्यक्ष – हितेश मेहता
अनेक गणमान्यजनों की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शांतिलाल दसेड़ा, प्रांतीय अध्यक्ष मोहित तातेड़, प्रांतीय महामंत्री संजय कोठारी, महिला प्रांतीय अध्यक्ष सारिका कोलन, वाटिका ट्रस्ट अध्यक्ष सुरेश चोरडिया, पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र तातेड़, सचिव अमित चोरडिया समेत जैन संघ व परिषद के अनेक पदाधिकारी और सदस्यगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में पूर्व कार्यकाल की उपलब्धियों का विवरण भी प्रस्तुत किया गया, वहीं सामाजिक, धार्मिक, जीवदया व पर्यावरणीय विषयों पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला।
स्वदेशी के संकल्प से गूंजा मंच
परिषद के राष्ट्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल दसेड़ा ने केंद्र सरकार की पर्यावरणीय योजनाओं की जानकारी दी और उपस्थित जनों को ‘लोकल फॉर वोकल’ अभियान के तहत स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश छाजेड़ का शुभकामना संदेश नगीन सकलेचा द्वारा पढ़ा गया।
अतिथियों का बहुमान व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।
संचालन ज्योति कांठेड़ व संजय धारिवाल ने किया और आभार प्रदर्शन रुपेश सिसोदिया ने किया।
साध्वीश्री अमृतरसा श्रीजी म.सा. के चातुर्मास का निमंत्रण
कार्यक्रम का शुभारंभ गायों के स्वामीवात्सल्य से हुआ। समापन अवसर पर चातुर्मास समिति 2025 के अध्यक्ष धर्मेन्द्र कोलन ने साध्वी श्री अमृतरसा श्रीजी म.सा. ठाणा-3 को आगामी 4 जुलाई से प्रस्तावित जावरा चातुर्मास हेतु सविनय आमंत्रण प्रेषित किया।
राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ब्रजेश बोहरा ने जानकारी दी कि परिषद के यह आयोजन समाज में धार्मिक चेतना, सामाजिक समर्पण और पर्यावरणीय जागरूकता का सशक्त उदाहरण है।
महावीर संदेश – राजकुमार हरण,