5 जुलाई को होगा भव्य मंगल प्रवेश
भायंदर। धर्म नगरी भायंदर (वेस्ट) के लिए यह वर्ष विशेष गौरव और पुण्य का अवसर लेकर आया है। प्राचीन देलवाड़ा (मेवाड़) तीर्थ के पुनरोद्धारक, ओजस्वी प्रवचनकर्ता, गच्छाधिपति श्री संघ सन्मार्गदर्शक आचार्य श्री विजय सोमसुंदर सूरीश्वरजी म.सा. का चातुर्मास इस वर्ष भायंदर (वेस्ट) की पुण्यभूमि पर आयोजित हो रहा है।
इस ऐतिहासिक चातुर्मास को लेकर श्री संघ में उत्साह चरम पर है और विभिन्न धार्मिक, आध्यात्मिक तथा सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से इसे अविस्मरणीय बनाने की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
5 जुलाई को होगा भव्य मंगल प्रवेश
श्री भरतेश्वर-बाहुबली श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ, भायंदर (वेस्ट) के तत्वावधान में 5 जुलाई को आचार्य श्री सोमसुंदर सूरीश्वरजी म.सा. के सान्निध्य में चातुर्मास प्रवेश समारोह का भव्य आयोजन किया जाएगा।
इस मंगल अवसर पर सोम चरणोपासक आचार्य श्री विजय पुण्यसुंदर सूरीश्वरजी म.सा., अन्य तपस्वी साधु-साध्वी मंडल के साथ भव्य शोभायात्रा में पधारेंगे। शोभायात्रा का प्रारंभ एचडीएफसी बैंक के पास, 150 फीट रोड, भायंदर (वेस्ट) से होगा।
इस चातुर्मास में विशेष रूप से ध्यान देने योग्य तथ्य यह है कि यह आचार्य श्री शांतिचंद्र सूरीश्वरजी म.सा. का दीक्षा शताब्दी वर्ष भी है। ऐसे पुण्यप्रद अवसर पर जैन समाज को दर्शन, वंदन, श्रवण और सेवा का दुर्लभ लाभ प्राप्त होगा।
संघ की विशेष विनती
श्री संघ ने सभी श्रद्धालुजनों से “सोम सौभाग्य चातुर्मास” के इस विशेष आध्यात्मिक पर्व में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर धर्मलाभ लेने की विनती की है।
आयोजक:
श्री भरतेश्वर-बाहुबली श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ, भायंदर (वेस्ट)
अंतिम युद्ध – जीवनलाल जैन,