2 जुलाई को होगा भव्य मंगल प्रवेश
सूरत।
गुजरात की आर्थिक राजधानी सूरत इस वर्ष एक पुण्य अवसर का साक्षी बनने जा रही है। श्री तपागच्छ प्रवर समिति के कार्यवाहक, पालीताणा एवं श्री शंखेश्वर तीर्थ के विकास प्रेरक, परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री अभयदेव सूरीश्वरजी म.सा. का वर्ष 2025 का चातुर्मास सूरत शहर में संपन्न होने जा रहा है।
इस आध्यात्मिक पर्व को लेकर श्री संघ में अत्यधिक उत्साह का वातावरण है। इसे ऐतिहासिक बनाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं।
2 जुलाई को अषाढ़ सुद ७, बुधवार को चातुर्मास प्रवेश
श्री अठवालाइन्स श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ के तत्वावधान में परम पूज्य गच्छाधिपति के साथ उनके शिष्यरत्न आचार्य श्री विजय मोक्षरत्न सूरीश्वरजी म.सा. सहित साधु-साध्वी भगवंतों के ठाणे का भव्य चातुर्मास प्रवेश समारोह बुधवार, 2 जुलाई को आयोजित किया जाएगा।
संघ के अनुसार सामैया का शुभारंभ प्रातः 8:30 बजे दीपमंगल सोसायटी से होगा। शोभायात्रा के उपरांत चातुर्मास स्थल पर आचार्य भगवंतों का मंगल स्वागत किया जाएगा।
आयोजक:
श्री अठवालाइन्स श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ एवं
श्री फुलचंद कल्याणचंद झवेरी ट्रस्ट, लालबंगला, वी.टी. कॉलेज के पास, सूरत।
प्रवचन, वंदन और धर्मलाभ का अमूल्य अवसर
चातुर्मास काल में श्रद्धालुओं को आचार्य श्री की सान्निध्यता में रहने, उनके प्रवचन सुनने और धर्म चर्चा के माध्यम से आत्मिक शुद्धि एवं विकास का अनुपम अवसर प्राप्त होगा। श्री संघ ने समाजजन से दर्शन, वंदन और धार्मिक आयोजनों में सहभागिता कर पुण्य लाभ लेने की विनम्र अपील की है।
महावीर संदेश – जीवनलाल जैन,