राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों से हजारों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
पेटलावद।
11 जून, बुधवार को पूर्णिमा महोत्सव के पावन अवसर पर श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव दरबार, मेवानगर पेटलावद में आस्था का भव्य जनसैलाब उमड़ पड़ा। गादीपति श्री सुमित जी पीपाड़ा के पावन सान्निध्य में यह महोत्सव अत्यंत श्रद्धा, भक्ति व उल्लास के साथ मनाया गया।
महोत्सव की शुरुआत गणपति चौक परिसर स्थित गणेश मंदिर में पूजन से हुई। लाभार्थी परिवारों ने ढोल-नगाड़ों के साथ नगर भ्रमण करते हुए भव्य शोभायात्रा निकाली, जो प्रमुख मार्गों से होकर दामोदर कॉलोनी स्थित श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव दरबार पहुंची। गादीपति द्वारा प्रतिमाओं की पुष्पवर्षा कर स्थापना की गई, तत्पश्चात भगवान श्री नाकोड़ा भैरव देव व श्री नाकोड़ा काला भैरव की आरती उतारी गई।
श्रद्धालुओं ने दरबार में तेल अर्पण कर दर्शन-वंदन किए। साथ ही, लाभार्थी परिवारों द्वारा छप्पन भोग, सवा किलो लड्डू, 101 एवं 51 लड्डू, चांदी का छत्र, गोले की माला, डमरू आदि भेंट स्वरूप अर्पित किए गए। सभी भक्तों ने गादीपति से आशीर्वाद प्राप्त किया।
प्रमुख लाभार्थी रहे –
गादीपति श्री सुमित जी पीपाड़ा के निर्देशानुसार:
- श्री नाकोड़ा भैरव प्रतिमा का लाभ: नितेश मुथा
- श्री काला भैरव प्रतिमा का लाभ: मनोज ओरा
- श्री पार्श्वनाथ भगवान प्रतिमा का लाभ: ललित सांड (पीपलीबुजुर्ग)
- त्रिशूल का लाभ: अभ्युदय पुरम तीर्थ, उज्जैन के ट्रस्टी प्रियेश व पारस जैन (इंदौर)
- नगाड़ा लाभार्थी: झकनावदा संघ के शैतानमल कुमट, मनोज पालरेचा, हर्ष-बाबूलाल मांडोत, ज्ञानमल भांगू, श्रेणिक (लालू) राठौड़, प्रकाश मांडोत
- 101 लड्डू: गुड्डू भंडारी
- सवा किलो लड्डू एवं चांदी छत्र: चंडालिया परिवार (कुशलगढ़)
- 51 गोले की माला: कीर्तिश मणिलाल जैन
- ढोल: सचिन भंडारी
- तेल अर्पण: लवेश मुथा (बामनिया)
- दरबार सजावट: ऋषभ कोटड़िया (झकनावदा)
- लाइट साज-सज्जा: राजू नागर (पेटलावद)
- भोजन व्यवस्था: पारस सेठिया (पेटलावद)
- शीतल पेयजल: पंकज पटवा
- 51 कलश व सवा 5 लीटर तेल: रविन्द्र जैन (करई)
- प्रथम 56 भोग: सचिन खमेसरा परिवार (कल्याणपुरा)
- द्वितीय 56 भोग: अर्पित चौधरी परिवार (झाबुआ)
भक्ति संध्या में भजनों से बंधा भावों का सेतु
रात्रि को आयोजित भक्ति संध्या ने वातावरण को भक्ति में सराबोर कर दिया। प्रसिद्ध गायिका सुश्री संगीता रामायणी एवं कपिल सोलंकी ने सजीव प्रस्तुतियों से उपस्थित जनमानस को भाव-विभोर कर दिया। “सजा दो घर को गुलशन सा, भैरव देव आए हैं” जैसे भजनों पर भक्तगण झूमते नजर आए।
प्रति पूर्णिमा उमड़ता है भक्ति का सैलाब
हर पूर्णिमा को मेवानगर पेटलावद में विशेष आयोजन होता है, जिसमें दूर-दराज से श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन हेतु पधारते हैं। इस बार भी महाराष्ट्र, बेंगलुरु, मुंबई, बड़ा अंबाजी (गुजरात), मंदसौर, आलोट, रतलाम, जावरा, महिदपुर रोड, मानवर सहित अनेक नगरों से भक्तों का सैलाब उमड़ा।
इस पावन अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुनील झालोका, निखिल भंडारी (झाबुआ), सौरभ खमेसरा (मेघनगर), संजय खटोड़ (मानवर), मनीष कुमट (झकनावदा), पद्म मेहता व सुनील भांगू (पेटलावद) सहित समस्त कार्यकारिणी व महिला मंडल दिनभर दरबार सेवा में रत रही।
यह जानकारी कार्यकारिणी मीडिया प्रभारी श्री पीयूष पटवा द्वारा दी गई।
महावीर संदेश – निलेश सोनी,