✍️ महावीर संदेश – प्रदीप जैन, सूरत।
अखिल भारतीय जैन श्वेतांबर सोशल ग्रुप्स फेडरेशन (रजि.) के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल श्रमण संघीय आचार्य सम्राट डॉ. शिवमुनि जी महाराज के सान्निध्य में पहुँचा और उनसे मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जिनेश्वर जैन ने फेडरेशन की गतिविधियों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी आचार्य श्री को प्रस्तुत की।
आचार्य सम्राट ने इन सेवाभावी कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा—
“जैन समाज में आपसी प्रेम, सहयोग और साहचर्य की भावना को और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है। समाज को आगे ले जाने के लिए संस्कारों की नींव बचपन से ही डालनी चाहिए। बच्चों को धार्मिक गतिविधियों से जोड़ने हेतु कहानियों, भजनों और गीत-संगीत जैसे माध्यम अत्यंत प्रभावी सिद्ध हो सकते हैं।”
🔷 मानव सेवा व शिक्षा कार्यों की सराहना
आचार्य श्री ने मानव सेवा प्रकल्पों की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की और शिक्षा क्षेत्र में कार्य विस्तार हेतु प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि—
“शिक्षा ही व्यक्ति को संस्कारवान और समाज को उन्नत बनाती है। फेडरेशन यदि इस दिशा में कार्य करता है, तो यह समाज के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।”
🔷 राष्ट्रीय कांफ्रेंस के पूर्व लिया आशीर्वाद
फेडरेशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रकाश भटेवरा ने आचार्य श्री को यह जानकारी दी कि फेडरेशन प्रत्येक दो वर्ष में एक बार राष्ट्रीय कांफ्रेंस आयोजित करता है। आगामी आयोजन की तैयारियों के पूर्व वे दिव्य आशीर्वाद लेने विशेष रूप से सूरत पधारे हैं। इस पर आचार्य श्री ने हर्ष प्रकट करते हुए मंगलभाव और शुभकामनाएँ प्रदान कीं।
🔷 अन्य गणमान्य उपस्थिति
इस अवसर पर गुजरात प्रभारी श्री जयंती कूकड़ा सहित फेडरेशन के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
यह भेंट सामाजिक एकता, सेवा भावना एवं आध्यात्मिक प्रेरणा का सशक्त संगम रही, जिसे उपस्थित जनसमूह ने भावविभोर होकर अनुभव किया।
निष्कर्ष:
फेडरेशन और जैन संतों के मध्य यह आत्मीय संवाद समाज को दिशा, ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करता है। यदि ऐसे संवाद निरंतर होते रहें, तो जैन समाज और मानवता दोनों का भविष्य उज्जवल होगा।