✍️ दीपक जैन
भायंदर।
शासनधारी गच्छाधिपति आचार्य श्री जयघोष सूरीश्वरजी म.सा. के कृपा पात्र, सिद्धवचनी, रोचक प्रवचनकार आचार्य श्री हरिकांत सूरीश्वरजी म.सा. का प्रथम ऐतिहासिक चातुर्मास इस वर्ष भायंदर (वेस्ट) स्थित श्री पार्श्व-प्रेम श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ में आयोजित होने जा रहा है।
भव्य मंगल प्रवेश यात्रा 29 जून को प्रातः 7:00 बजे बावन जिनालय से प्रारंभ होकर श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर में धर्मसभा में परिवर्तित होगी। इस ऐतिहासिक अवसर पर आचार्य श्री के साथ मुनिराज विवेकसार विजयजी म.सा., मुनिराज लब्धिनिधान विजयजी म.सा., मुनिराज देवांगरत्न विजयजी म.सा., मुनिराज पूर्णचन्द्र विजयजी म.सा., और मुनिराज योगपुण्य विजयजी म.सा. आदि पावन साधुजनों का भी मंगल आगमन होगा।
इसके साथ ही आचार्य श्री अभयशेखर सूरीश्वरजी म.सा. की आज्ञा में साध्वी श्री रोहिता श्रीजी म.सा. की शिष्या साध्वी श्री विपुलगुणा श्रीजी म.सा. आदि ठाणा–6 का भी भायंदर में चातुर्मास हेतु आगमन होगा।
🔶 विशेष धार्मिक आयोजन:
चातुर्मास के अंतर्गत विविध धार्मिक आराधनाओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विशेष रूप से शामिल हैं:
- 44 दिवसीय सामूहिक सिद्धितप — सिद्धि प्राप्ति का अनुपम अवसर
- सामूहिक अत्तर पारणा — 15 जुलाई 2025, अषाढ वद-5, शाम 4:30 बजे
- सिद्धितप शुभारंभ — 16 जुलाई 2025, अषाढ वद-6, बुधवार सुबह 8:15 बजे
- राजशाही पारणा दिवस — 29 अगस्त 2025, भाद्रपद सुद-6, शुक्रवार सुबह 8:00 बजे
इसके अतिरिक्त श्री माणिभद्र वीर देवता का महाहवन, विभिन्न महापूजन, सांकेतिक आयंबिल तप आराधना और प्रत्येक सोमवार से शनिवार तक सुबह 7:15 से 8:00 बजे तक प्रवचनमाला, तथा प्रत्येक रविवार को सुबह 9:00 से 12:00 बजे तक विशेष धार्मिक आयोजन संपन्न होंगे।
संघ द्वारा समस्त श्रद्धालुओं व धर्मप्रेमियों से अपील की गई है कि वे इन पावन आयोजनों में सहभागी बनकर धर्मलाभ प्राप्त करें और आचार्य श्री के सान्निध्य में आत्मकल्याण के पथ पर अग्रसर हों।