अष्टापद तीर्थ में मुनि भगवंतों का मंगल आगमन — साध्वी श्री शाश्वत प्रिया श्रीजी ने की आत्मीय अगवानी

 

✍️ ब्रजेश बोहरा, नागदा

नागदा/बरडिया गोयल।
26 जून को राष्ट्रसंत पुण्य सम्राट श्रीमद्विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी म.सा. के आज्ञापात्र शिष्य मुनिराज श्री प्रत्यक्षरत्न विजयजी म.सा. एवं मुनिराज श्री पवित्ररत्न विजयजी म.सा. आदि ठाणा का बरडिया गोयल ग्राम में मंगल आगमन हुआ। यहाँ पुण्य सम्राट द्वारा प्रतिष्ठित जिनालय में मुनि भगवंतों ने दर्शन-वंदन कर पुण्य संचय किया।

इसके पश्चात मुनिराजों का अष्टापद तीर्थ में मंगल प्रवेश हुआ, जहाँ पहले से विराजमान पुण्य सम्राट समुदायवर्ती साध्वी श्री शाश्वत प्रिया श्रीजी म.सा. ने आत्मीय भाव से अपने सांसारिक भाई महाराज की अगवानी की और सादर वंदन अर्पित किया। यह दृश्य अत्यंत आध्यात्मिक और भाव-विभोर कर देने वाला था, जब पुण्य सम्राट जी के सांसारिक कुल के कुलदीपक एवं कुलदीपिका का आध्यात्मिक संगम अष्टापद तीर्थ की पावन भूमि पर हुआ।

मुनि भगवंतों की तीन दिवसीय स्थिरता अष्टापद तीर्थ में निर्धारित की गई है। इसके पश्चात वे जावरा व बड़ावदा में धर्मप्रवचन देंगे और विहार करते हुए 7 जुलाई 2025 को नागदा जंक्शन पर चातुर्मास प्रवेश करेंगे।

अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ने जानकारी दी कि साध्वी श्री शाश्वत प्रिया श्रीजी म.सा. का चातुर्मास प्रवेश 5 जुलाई को रतलाम शहर में निर्धारित है।

धर्मप्रेमियों से आग्रह है कि वे इन पुण्य अवसरों का लाभ लेकर धर्म आराधना में सहभागी बनें और मुनिराजों-साध्वियों के सान्निध्य में आत्मकल्याण का मार्ग प्रशस्त करें।

संवाददाता – जीवनलाल जैन, नागदा


 

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