✍️ राजेश जैन ‘दद्दू’
इंदौर/सागर।
श्रमण संस्कृति के प्रकाशपुंज, महामहिम आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज ससंघ का मंगलमय प्रवेश 26 जून प्रातः 6:00 बजे श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर, आदर्श रेजिडेंसी भोपाल रोड से सागर के पावन तीर्थ भाग्योदय के लिए हुआ। सागर नगरी ने आचार्य श्री के स्वागत में जिस उत्साह, श्रद्धा और दिव्यता का परिचय दिया, उससे संपूर्ण शहर “विशुद्धमय” बन गया।
धर्म प्रचारक राजेश जैन ‘दद्दू’ ने बताया कि सागर जैन समाज द्वारा किए गए भव्य स्वागत समारोह में डीजे गाड़ियाँ, बैंड-बाजे, घोड़े-बग्गियाँ और हजारों की संख्या में उमड़े गुरु-भक्तों की मौजूदगी ने इसे ऐतिहासिक बना दिया। शोभायात्रा में इंदौर, भोपाल, विदिशा, अशोकनगर, टीकमगढ़, ललितपुर, बंडा, दमोह सहित अनेकों स्थानों से श्रद्धालु जन इस पुण्य अवसर के साक्षी बने।
नगर के प्रमुख स्थलों पर तोरण द्वार, रंगोलियाँ, और मंगल कलशों के साथ श्रद्धालुजन पादप्रक्षालन और आरती से स्वामीजी का स्वागत करते नज़र आए। शहर के लोकप्रिय विधायक और समाज गौरव शैलेन्द्र जैन भी शोभायात्रा में आचार्यश्री के साथ सहभागी बनकर आदर्श रेजिडेंसी पहुँचे एवं श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
भाग्योदय तीर्थ कमेटी द्वारा भी आचार्यश्री की भव्य आगवानी की गई। आचार्यश्री ने श्री जिनालय में दर्शन कर निर्माणाधीन सहस्त्रकूट जिनालय का अवलोकन किया और वहाँ चल रहे कार्यों की सराहना की।
इस मंगलमयी अवसर पर पादप्रक्षालन का सौभाग्य महेश बिलहरा परिवार को मिला, वहीं शास्त्र भेंट का सौभाग्य प्रमोद जैन बारदाना परिवार को प्राप्त हुआ। चित्रानावरण व दीप प्रज्वलन महेश बिलहरा, कपिल मलैया, संतोष जैन घड़ी, संतोष पटना, मनीष मोना, अतिशय जैन (इंदौर), तथा जैन पंचायत एवं भाग्योदय ट्रस्ट कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज ने कहा—
“भाग्योदय तीर्थ और सहस्त्रकूट जिनालय का कार्य आचार्य विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा से आरंभ हुआ है। अब यह कार्य निरंतर प्रगति करे, यही हमारी मंगल भावना है। पंचकल्याणक महामहोत्सव जब भी हो, ऐसा भव्य हो कि वह इतिहास बन जाए और आने वाली पीढ़ियाँ उससे प्रेरणा लें।”
कार्यक्रम का सफल संचालन मुकेश जैन ‘ढाना’ द्वारा किया गया।