आषाढ़ पंचमी का ऐतिहासिक संयोग, 58 वर्षों में पहली बार आया वही शुभ दिन, वही तारीख
इंदौर (राजेश जैन दद्दू)।
श्रमण संस्कृति के परम तपस्वी, समाधीस्थ महामुनि, युगप्रवर्तक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का 58वां दीक्षा दिवस पूरे देश में आषाढ़ मास की पंचमी, दिनांक 30 जून 2025 (सोमवार) को सकल जैन समाज द्वारा श्रद्धा, भक्ति और पुण्य भावना के साथ मनाया जाएगा।
धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दिवस इस वर्ष अद्भुत संयोग लेकर आया है — दीक्षा के दिन का वही वार, वही तारीख और वही माह 58 वर्षों बाद पुनः एक साथ आया है, जिससे यह अवसर और भी पावन एवं ऐतिहासिक बन गया है।
इस दिन देशभर के जिनालयों में विशेष आयोजन होंगे, जिनमें आचार्य श्री की पूजा, अष्टद्रव्य से अभिषेक, आचार्य छत्तीसी विधान और गुणानुवाद सभा का आयोजन किया जाएगा। श्रद्धालुजनों से आग्रह किया गया है कि वे इस शुभ अवसर पर धर्म आराधना में भाग लेकर गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता, आस्था और समर्पण व्यक्त करें तथा “नमोस्तु शासन” के जयघोष के साथ पुण्य वृद्धि का लाभ प्राप्त करें।
जैन समाज के लिए यह दिन केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि संघ, साधना, संयम और संस्कार की भावना को सजीव करने का दिव्य अवसर है, जो नई पीढ़ी को भी गुरु परंपरा से जोड़ने का प्रेरणास्रोत बनेगा।