महावीर सन्देश -राजेश नाहर
खेतिया l महावीर जयन्ती को जैन धर्म के लोग महावीर स्वामी के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। महावीर स्वामी को वर्धमान के नाम से भी जाना जाता है। ये जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर हैं। उन्होंने ही जैन धर्म के मूल सिद्धातों की स्थापना की थी। हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को उनकी जयंती के रूप में मनाया जाता है।
महावीर स्वामी ने सभी को अहिंसा, सत्य, अचौर्य, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह जैसे सिद्धांतों को अपनाने का संदेश दिया। इन पांच सिद्धांतों को ही पंच महाव्रत के नाम से जाना जाता है, जो जैन धर्म की नींव हैं।
महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव 10 अप्रैल को, तैयारियों में जुटा समाज
भगवान महावीर स्वामी के 2624 वां जन्म कल्याणक महोत्सव खेतिया में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। श्रीजैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक खरंतरगच्छ संघ खेतिया के अध्यक्ष महीपाल बनेचन्द जैन एवं स्थानकवासी संघ के अध्यक्ष राजमल जैन ने बताया कि महावीर जयंती के अवसर पर विशेष आयोजन किया जा रहे हैं जिसके तहत प्रातः प्रभात फेरी,मंदिर जी से शोभा यात्रा तथा व महापूजन के साथ देर रात भक्ति संध्या भी आयोजित की गई है