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प्रभात फेरी में दिखा एकता का अद्भुत रंग, बच्चों ने लगाए गगनभेदी जयकारे
थांदला, 12 अप्रैल (एन.एम.टी. न्यूज़ एजेंसी)।
सकल जैन समाज द्वारा जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक तथा पूज्य उमेशाचार्य मुनिजी की दीक्षा जयंती तप, त्याग और उल्लास के साथ भव्य रूप से मनाई गई। इस अवसर पर नगर में निकाली गई प्रभात फेरी में श्वेतांबर स्थानकवासी, मूर्तिपूजक संघ, तेरापंथ सभा एवं दिगम्बर समाज की सहभागिता ने एकता का संदेश दिया।
श्रावकों ने श्वेत वस्त्र और श्राविकाओं ने केसरिया साड़ी में प्रभात फेरी में भाग लिया। स्व. समरथमल फुलफगर के सपने को साकार करते हुए उनके परिवार द्वारा भेंट किए गए “श्री वीररथ“, “श्री वीर प्रतिमा” एवं “रजत छत्र” की पालकी विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। अंगूरबाला–संजय फुलफगर परिवार द्वारा जिन मंदिर पर नवकारसी का लाभ लिया गया।
प्रभात फेरी नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई दिगम्बर एवं श्वेतांबर जिनालय पहुंची, जहाँ श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया और मंगल गीतों के माध्यम से आराधना की। प्रभात फेरी का समापन आजाद चौक स्थित पौषध भवन में हुआ, जहाँ गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया।
धार्मिक उद्बोधन में झलका ज्ञान और प्रेरणा
गुणानुवाद सभा में पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. ने भगवान महावीर के जीवन की विशेषताएं बताते हुए कहा कि – “कुंडलपुर में उस समय कई आत्माओं ने जन्म लिया, पर हम केवल महावीर को जानते हैं क्योंकि उनका ज्ञान, दर्शन, और करुणा उन्हें विशेष बनाती है।”
उन्होंने कहा, “भगवान महावीर का ज्ञान रूपी सूर्य यदि न उदित होता, तो हमारा जीवन अंधकार में डूबा रहता।” उन्होंने पूज्य उमेशमुनिजी के दीक्षा दिवस का भी स्मरण किया, जो इसी दिन संयम पथ पर अग्रसर हुए थे। साथ ही पूज्या दीप्तिश्रीजी म.सा. के संयम जीवन के 14 वर्ष पूर्ण होने पर भी मंगलकामनाएं दी गईं।
पूज्या प्रियशीलाजी म.सा. ने अपने प्रवचन में कहा कि “इस चैत्र मास में भगवान राम, वीर हनुमान, भगवान आदिनाथ एवं वर्धमान महावीर का जन्म हुआ, अतः यह माह आराधना के लिए विशेष है। हमें भी इन महापुरुषों के आदर्शों को अपनाना चाहिए।”
पूज्या दीप्तिश्रीजी म.सा. ने स्तवन “कुंडलपुर का राज दुलारा, माँ त्रिशला का नयन सितारा” के माध्यम से प्रभु को वंदन कर सभी को भाव-विभोर कर दिया।
विविध आयोजनों ने बढ़ाया महावीर जन्मोत्सव का गौरव
संघ प्रवक्ता पवन नाहर व नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढ़ा ने बताया कि प्रभात फेरी और गुणानुवाद सभा के पश्चात वर्धमान, मयूर व डॉ. देवेंद्र तलेरा परिवार द्वारा स्वामीवात्सल्य का लाभ लिया गया। इसमें महावीर जैन पाठशाला के बच्चों ने मनोहारी वेशभूषा व जयकारों से समा बाँधा।
मुमुक्षु ललित भंसाली एवं नव्या बहन शाहजी का बहुमान तलेरा परिवार सहित संगीता विश्वास सोनी, सोनल जसवंत भाबर, विधायक वीरसिंह भूरिया एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया।
दोपहर 2 से 3 बजे महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा घोड़ावत, कलावती श्रीश्रीमाल व सानिया तलेरा द्वारा चौवीसी का आयोजन किया गया, वहीं रात्रि में दिगम्बर समाज द्वारा भी विशेष चौवीसी और दीक्षार्थी बहुमान कार्यक्रम हुआ।
वर्षीतप आराधकों का हुआ पारणा, हजारों ने लिया लाभ
प्रभात 7 से 8 बजे दीक्षार्थी ललित भंसाली द्वारा वर्षीदान का आयोजन किया गया जिसमें एक हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने लाभ लिया। धर्मदास गण परिषद व श्रीसंघ अध्यक्ष भरत भंसाली, दिगम्बर अध्यक्ष अरुण कोठारी, मूर्तिपूजक अध्यक्ष कमलेश जैन दायजी व तेरापंथ सभा अध्यक्ष अरविंद रुनवाल ने सहभागियों का आभार व्यक्त किया।
महावीर संदेश
– पंकज चोरडिया
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