मुनिराज श्री के चातुर्मास की घोषणा परतुर से हुई, नागदा श्रीसंघ में हर्ष की लहर

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जयंतसेन समुदायवर्ती मुनिमंडल का पहली बार नागदा में चातुर्मास

नागदा, 13 अप्रैल (एन.एम.टी. न्यूज़ एजेंसी)।
परतुर (महाराष्ट्र) में 12 अप्रैल को आयोजित चातुर्मास उद्घोषणा पर्व के पावन अवसर पर, गच्छाधिपति श्रीमद विजय नित्यसेन सूरीश्वरजी म.सा. के मुखारविंद से नागदा श्रीसंघ हेतु मुनिराज श्री प्रत्यक्षरत्न विजयजी म.सा. एवं मुनिराज श्री पवित्ररत्न विजयजी म.सा. (आदि ठाणा 2) के चातुर्मास की घोषणा की गई। यह घोषणा श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ नागदा की भावभरी विनती पर की गई, जो कि समुदाय के लिए अत्यंत गौरव का विषय है।

पहली बार जयंतसेन गच्छ मुनिमंडल का चातुर्मास नागदा में

अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ब्रजेश बोहरा ने जानकारी देते हुए बताया कि नागदा श्रीसंघ में विगत 25 वर्षों से लगातार चातुर्मास होते आए हैं, लेकिन यह पहला अवसर है जब जयंतसेन समुदायवर्ती मुनिमंडल का चातुर्मास नागदा नगर में संपन्न होगा।

अहमदाबाद में की गई थी विनती

इस चातुर्मास हेतु अहमदाबाद में नागदा श्रीसंघ के वरिष्ठजनों सुभाष गेलड़ा, दिलीप ओरा, मनोज ओरा, मुकेश बोहरा, मनोज वागरेचा एवं नागदा परिषद अध्यक्ष दिलीप गांधी ने मुनिराज श्री की भावपूर्ण विनती की थी। उनकी इस विनती को गच्छाधिपति श्रीमद विजय नित्यसेन सूरीश्वरजी म.सा. ने स्वीकार किया।

श्रीसंघ में व्याप्त है हर्ष और उल्लास

चातुर्मास की इस घोषणा से नागदा जैन श्रीसंघ में हर्ष और उत्साह की लहर है। भक्तों में मुनिराज श्री के आगमन को लेकर गहरी श्रद्धा और उत्सुकता देखी जा रही है। श्रीसंघ के अनुसार यह अवसर नगर के आध्यात्मिक और धार्मिक वातावरण को नई ऊँचाइयाँ प्रदान करेगा।

महावीर संदेश – जीवनलाल जैन

 

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