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साधु-संतों पर हमले की घटनाओं में बढ़ोतरी, सुरक्षा की अपील
सकल जैन समाज मध्यप्रदेश ने साधु-संतों के साथ हो रही हिंसा और दुर्व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाई है। हाल ही में सिंगोली से विहार कर रहे परम पूज्य मुनिवर शैलेश मुनी जी और अन्य संतों पर कछाला गांव के हनुमान मंदिर में रात 11 बजे असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किया गया, जिससे संत गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना सम्पूर्ण हिन्दू समाज में आक्रोश का कारण बनी है।
संतों पर हमले की साजिश
संत समाज हमेशा शांति, सद्भाव और समभाव की शिक्षा देने वाले होते हैं, जो हमारे राष्ट्र की धरोहर माने जाते हैं। जैन धर्म करुणा, सहिष्णुता और सम्मान का संदेश देता है, और संत समाज समाज को सदमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे संतों पर हमला करना सोची-समझी साजिश के तहत प्रतीत होता है। समाज का कहना है कि धर्म, संस्कृति और मानवता की रक्षा करने वाले इन संतों को सुरक्षा प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा
इस अमानवीय घटना के विरोध में, आज रतलाम में सकल जैन श्रीसंघ, अखिल भारतीय श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक युवक महासंघ और संयुक्त जैन युवा संघ के द्वारा मुख्यमंत्री मोहन जी यादव को एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाए और आगामी दिनों में जैन संतों के विहार के दौरान पुलिस सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही कठोर कानून बनाए जाएं, ताकि अपराधियों में खौफ बना रहे और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
कार्यक्रम में प्रमुख हस्तियां
ज्ञापन देने के दौरान रतलाम के जननायक, सुक्ष्म लघु उद्योग मंत्री आदरणीय चेतन जी काश्यप, भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष प्रदीप जी उपाध्याय और अन्य समाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस अवसर पर निर्मल कटारिया, प्रकाश लोढ़ा, दीपक कटारिया, अनिल दसेड़ा, विजय पितलिया, हार्दिक मेहता, रवी चंडालिया, शैलेन्द्र कोठारी, विपल्व जैन सहित अनेक जैन समाज के सदस्य और कार्यकर्ता मौजूद थे।
समाज की आवाज़ को बढ़ावा
समाज के प्रमुख लोग इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए, यह मानते हैं कि साधु-संतों की सुरक्षा में सरकार का ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है, ताकि आने वाले समय में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
📝 रिपोर्ट: जीवनलाल जैन | महावीर संदेश |
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