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जैन संतों पर हमला करने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
नीमच जिले के सिंगोली के कछालागांव में जैन संतों के साथ हुई मारपीट की शर्मनाक घटना ने न केवल जैन समाज बल्कि समस्त समाज को आक्रोशित कर दिया है। इस घटना के खिलाफ सकल जैन समाज ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और घटना में शामिल असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की।
घटना का विवरण
13 अप्रैल को सिंगोली क्षेत्र में रात्रि विश्राम के दौरान जैन संतों पर आपराधिक मानसिकता वाले असामाजिक तत्वों द्वारा भयानक हमला किया गया। यह घटना निंदनीय और शर्मसार करने वाली थी। ज्ञापन में समाजजनो ने बताया कि इस हमले के दौरान जैन संतों को गंभीर रूप से चोटें आईं। संत मुनि जो शांतिपूर्ण जीवन, अहिंसा और आध्यात्म की शिक्षा देते हैं, उनके साथ इस तरह का व्यवहार पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है।
समाज का आक्रोश और मुख्यमंत्री से मांग
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि इस तरह की घटनाओं से सर्व समाज में आक्रोश फैल गया है। मुख्यमंत्री से यह अपील की गई कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और भविष्य में धर्म गुरुओं के साथ इस प्रकार की निंदनीय घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कानून बनाए जाएं। साथ ही, साधु-संतों की सुरक्षा के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए जाएं, ताकि वे स्वतंत्र रूप से पैदल विहार और रात्रि विश्राम कर सकें।
रैली और ज्ञापन सौंपने की प्रक्रिया
मंगलवार को सकल जैन समाज नलखेड़ा ने चौक बाजार से रैली के रूप में पुलिस थाने तक मार्च किया। इस रैली में बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे। रैली के दौरान समाज के सचिव रवि सकलेचा ने ज्ञापन का वाचन किया, जिसमें मुख्यमंत्री से उपरोक्त सभी मांगें की गईं।
इस ज्ञापन के माध्यम से जैन समाज ने संतों के सम्मान और सुरक्षा को सुनिश्चित करने की अपील की।
📝 रिपोर्ट: राजेंद्र सकलेचा | महावीर संदेश |
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