आईजा ने मध्यप्रदेश में दी नई कमान, राजीव जैन सैनानी बने प्रदेश अध्यक्ष

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📍 सिरोंज | 🗓 16 अप्रैल 2025  एन.एम.टी. न्यूज़ एजेंसी 


राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुण्डिया ने की घोषणा, बोले – सिर्फ एक्टिव पत्रकारों को ही मिलेगा संगठन में स्थान

ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (AIJA) के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुण्डिया ने वरिष्ठ पत्रकार एवं सिरोंज पत्रकार महासंघ के अध्यक्ष राजीव जैन सैनानी को मध्यप्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति संगठन को और अधिक सक्रिय, समर्पित एवं प्रभावशाली बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


बधाइयों का तांता – वरिष्ठ नेताओं ने जताया भरोसा
राजीव जैन सैनानी को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य और राज्यसभा सांसद नवीन जैन ने बधाई देते हुए कहा:

“मध्यप्रदेश में नई नियुक्ति से संगठन में नई ऊर्जा और मजबूती आएगी। हम राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुण्डिया के इस निर्णय के लिए आभारी हैं।”


“छोटे शहर से राष्ट्रीय मंच तक” – राजीव जैन सैनानी की भावुक प्रतिक्रिया
नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राजीव जैन सैनानी ने कहा:

“राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुण्डिया ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, उसे मैं पूरी निष्ठा से निभाऊंगा। एक छोटे से तहसील स्तर के पत्रकार को प्रदेश स्तर की ज़िम्मेदारी देना उनके व्यापक दृष्टिकोण को दर्शाता है।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संगठन में जल्द ही नई प्रदेश कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी, और केवल वे ही लोग संगठन में रहेंगे जो सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं


“जो मेहनत करेगा, वही पद पाएगा” – हार्दिक हुण्डिया
राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुण्डिया ने स्पष्ट शब्दों में कहा:

“संगठन में पद लेना आसान है, लेकिन उसे निभाना जिम्मेदारी है। ऐसे कई पदाधिकारी होते हैं जो सिर्फ नाम के लिए पद ले लेते हैं और फिर संगठन से गायब हो जाते हैं। अब ऐसा नहीं चलेगा।”

उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश की नई कार्यकारिणी में वास्तविक, ज़मीनी स्तर पर कार्यरत और समर्पित पत्रकारों को ही अवसर मिलेगा।

“जो संगठन और समाज की लड़ाई में हर समय सक्रिय रहेगा, वही पदाधिकारी बनेगा। समाज में फैली गंदगी को साफ करना और जनहित में काम करना ही हमारा उद्देश्य है।”


संगठन को मिलेगा नया तेवर और नई दिशा
आईजा की यह नियुक्ति केवल औपचारिक बदलाव नहीं बल्कि एक संगठनात्मक क्रांति का संकेत है। इससे पत्रकारों को नई प्रेरणा और पहचान मिलेगी।


 

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