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पुण्य सम्राट युगप्रभावकाचार्य श्रीमद विजय जयंतसेन सूरिश्वर जी महाराज गुरुदेव श्री के शिष्य तथा गच्छाधिपति श्री नित्यसेन सूरीश्वर जी महाराज व आचार्य श्री जयरत्न सूरीश्वर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती मुनिराज श्री प्रत्यक्षरत्न विजय जी म.सा., मुनिराज श्री पवित्ररत्न विजय जी म.सा. आदि ठाणा-2 का पावन विहार गुजरात प्रांत के राजनगर से प्रारंभ हुआ है।
17 अप्रैल को सुबह 5:30 बजे यतीन्द्र भवन, राजनगर से विहार करते हुए संघानी प्लैटिनम, नारोल गांव पहुंचे।
18 अप्रैल को कांजीपुरा,
19 अप्रैल को मातर,
20 अप्रैल को सोजित्रा,
21 अप्रैल को मणिलक्ष्मी तीर्थ में पधारेंगे।
22 से 24 अप्रैल तक मुनिराज श्री का गुरुकुलवास रहेगा।
इसके पश्चात मुनिराज श्री का अगला विहार मध्यप्रदेश के नागदा जंक्शन (जिला उज्जैन) की ओर होगा, जहां वर्ष 2025 का पावन चातुर्मास संपन्न होगा।
इस संदर्भ में अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ब्रजेश बोहरा ने जानकारी दी कि नागदा की पुण्यभूमि को इस वर्ष चातुर्मास का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।
(महावीर संदेश – जीवनलाल जैन)
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