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इंदौर | 21 अप्रैल 2025 | एन.एम.टी. न्यूज़ एजेंसी
विश्वप्रसिद्ध सिद्ध जैन तपोभूमि सिद्धवरकूट में पट्टाचार्य आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के मंगलमय सान्निध्य में तीन दिवसीय लघु जिनबिंब पंचकल्याणक महोत्सव का शुभारंभ रविवार, 20 अप्रैल को भव्य मंगल प्रवेश के साथ हुआ। यह तीर्थ क्षेत्र ओंकारेश्वर नगरी के उत्तर तट पर स्थित है और जैन श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था का केंद्र माना जाता है।
धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन ‘दद्दू’ ने जानकारी देते हुए बताया कि आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज का यह सिद्ध क्षेत्र में तीसरा आगमन है। इससे पूर्व 2014 व 2017 में भी वे यहां पधार चुके हैं और उनके पावन सान्निध्य में मूलनायक भगवान श्री संभवनाथ मंदिर की वेदी प्रतिष्ठा संपन्न हुई थी।
महोत्सव समिति के अध्यक्ष अमित कासलीवाल ने बताया कि पंचकल्याणक प्रतिष्ठा पंडित शरद बनारसी (छिंदवाड़ा) के निर्देशन में आयोजित की जा रही है। ट्रस्टी बाबूलाल जैन, महामंत्री विजय काला व ट्रस्टी आशीष चौधरी ने बताया कि महोत्सव का झंडारोहण चित्रांश रिया जैन (गुरुग्राम) द्वारा संपन्न किया जाएगा।
भगवान के माता-पिता बनने का परम सौभाग्य पं. रमेश जैन एवं ममता जैन (भिंड) को प्राप्त हुआ है। इसी प्रकार प्रवीण-निशा जैन (सौधर्म इन्द्र), विजय-संगीता कटारिया (इंदौर) (महेंद्र इन्द्र), मयूर-प्रिंसी जैन (कुबेर इन्द्र) तथा अनिल-पूनम सेठी (दिल्ली) (राजा श्रेयांस) को महोत्सव पात्र बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
क्षेत्र प्रचार संयोजक राजेन्द्र जैन महावीर सनावद (लेखक – सुहावना सिद्धवरकूट) ने बताया कि प्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. सूरजमल बोबरा (इंदौर) के अनुसार यह क्षेत्र तीस हजार वर्ष पुराना है। ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार दो चक्रवर्ती, दस कामदेव कुमार सहित साढ़े तीन करोड़ मुनियों ने इस क्षेत्र से मोक्ष प्राप्त किया। यही कारण है कि यह स्थान मांधाता नाम से भी प्रसिद्ध है।
यह तीर्थ प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव भगवान की अतिशयकारी प्रतिमा तथा मूलनायक संभवनाथ भगवान की प्राचीन प्रतिमा के लिए जाना जाता है। नर्मदा तट पर स्थित इस पावन स्थल पर आचार्य वर्धमान सागर जी, आचार्य विद्यासागर जी महाराज व आचार्य विराग सागर जी महाराज सहित अनेक श्रमण संतों का पावन प्रवास पूर्व में हो चुका है।
क्षेत्र कमेटी के अमित कासलीवाल, बाबूलाल जैन, विजय काला, नंदलाल टोंगिया, महेंद्र सराफ, कैलाश मोटाघर, आशीष चौधरी, सुनील जैन, ललित बड़जात्या, योगेंद्र सेठी, सुभाष सामरिया, मुकेश पेप्सी, कैलाश जैन, संतोष जैन आदि पदाधिकारियों ने महोत्सव में अधिकाधिक श्रद्धालुओं से पधारने की विनम्र अपील की है।
– महावीर सन्देश : राजेश जैन ‘दद्दू’
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