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गुरु जयकारों से गूंजा ज्ञान मंदिर परिसर
महिदपुर रोड | 21 अप्रैल 2025 | एन.एम.टी. न्यूज़ एजेंसी
श्री सुविधिनाथ जैन मंदिर परिसर स्थित श्री राजेन्द्र सूरी ज्ञान मंदिर में पुण्य सम्राट श्रीमद विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी महाराज साहब की पुण्य सप्तमी भक्ति, श्रद्धा एवं सामाजिक समर्पण के साथ मनाई गई। इस अवसर पर परम पूज्य साध्वी श्री सुपार्श्व निधि जी म.सा. आदि साध्वी वृंद की पावन निश्रा में दिनभर विविध धार्मिक आयोजनों का आयोजन हुआ।
रविवार सुबह भक्तांबर पाठ एवं गुरुगुण इक्कीसा के मधुर स्वर से दिन का शुभारंभ हुआ। प्रातः 9 बजे गुरुगुण स्मृति एवं गुरुवधामणा का आयोजन किया गया। गुरुदेव की प्रतिमा का अक्षत और पुष्पों से वधामणा लाभार्थी अजयकुमार–आशीषकुमार चौरडिया परिवार द्वारा सुमधुर संगीत के साथ किया गया।
पुण्य सम्राट की आरती का लाभ श्रीमती संगीता विनोदकुमार पोरवाल द्वारा लिया गया।
इस अवसर पर पूज्य साध्वी श्रीजी ने अपने प्रवचन में कहा, “पुण्य सम्राट श्री जयंतसेन सूरीश्वरजी साक्षात वचनसिद्ध और भक्तों के लिए भगवान तुल्य थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन संघ और समाज के कल्याण के लिए समर्पित किया। उनके द्वारा किए गए सात ऐतिहासिक कार्य समाज के लिए मार्गदर्शक बने रहेंगे।”
यतिन्द्र ज्ञानपीठ परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती संगीता पोरवाल द्वारा पुरस्कार वितरित किए गए।
दोपहर में जयंतसेन सूरी अष्टप्रकारी पूजन का आयोजन महिला परिषद एवं बहू परिषद द्वारा मधुर संगीत के साथ संपन्न किया गया, जिसका लाभ अशोककुमार–हिमांशु कोचर परिवार ने लिया।
इसके पश्चात गोगापुर गौशाला में गौ सेवा का आयोजन किया गया, जहाँ महिला एवं बहू परिषद की ओर से गौमाताओं को हरा चारा एवं खल खिलाई गई।
संध्या काल में पूज्य साध्वीश्री की निश्रा में भक्ति संध्या, गरबा एवं नृत्य के माध्यम से परमात्मा की भक्ति की गई।
रात्रि 8 बजे समाजजनों द्वारा गुरुदेव एवं परमात्मा की विशेष आरती का आयोजन भी किया गया।
साधार्मिक भक्ति एवं प्रभावना का लाभ श्री सुनीलकुमार–शुभमकुमार मुणत परिवार द्वारा लिया गया।
श्री जैन श्री संघ अध्यक्ष अजय चौरडिया ने इस सफल आयोजन हेतु समाज के सभी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मंगल अवसर पर सकल जैन श्री संघ, वरिष्ठजन, नवयुवक, महिला, बहू, तरुण, एवं बालिका परिषद के सदस्यगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे एवं गुरुदेव के प्रति श्रद्धा व समर्पण का भाव व्यक्त किया।
महावीर संदेश: सचिन भंडारी
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