30 अप्रैल को दीक्षा लेंगे सर्राफा व्यापारी ललित भंसाली

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पिपलौदा आगमन पर श्री संघ द्वारा भव्य बहुमान

पिपलौदा, 22 अप्रैल 2025 | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी
करोड़ों की संपत्ति का मोह त्यागकर तपस्वी जीवन का वरण करने वाले जैन श्वेतांबर संघ, थांदला के प्रतिष्ठित सर्राफा व्यवसायी ललित भंसाली आगामी 30 अप्रैल को दीक्षा लेकर गृहस्थ जीवन का परित्याग करेंगे। 50 वर्ष की उम्र में संसारिक बंधनों से मुक्त होकर भंसाली अब संन्यास पथ पर अग्रसर हो रहे हैं।

रविवार को मुमुक्षु भंसाली पिपलौदा पहुंचे, जहां समाजजनों और रिश्तेदारों ने विभिन्न स्थानों पर उनका आत्मीय स्वागत और सम्मान किया। सर्वप्रथम नगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी महेश नांदेचा के यहां नांदेचा परिवार द्वारा मुमुक्षु का शॉल और श्रीफल से सम्मान किया गया। इसके पश्चात स्थानक परिसर में त्रिस्तुतिक जैन श्री संघ के नरेंद्र जैन, राजेंद्र कोठारी, किशोर छाजेड़, राकेश जैन, मुकेश रॉयल, प्रकाश जैन, तथा वर्धमान स्थानक श्री संघ के महेश नांदेचा, मानमल नांदेचा, बसंत बोहरा, शांतिलाल मोगरा, ज्ञानेंद्र कासवा, धीरज रुनवाल, राजेश महावीर, अभिषेक जैन, आदि समाजजनों ने सामूहिक सम्मान किया।

दादावाड़ी ट्रस्ट की ओर से महेश बोहरा, संजय नांदेचा, विशाल धींग, नितेश सुराणा, प्रफुल जैन, जितेंद्र बाबेल सहित महिला मंडल की ओर से सुनीता मोगरा, अनिता नांदेचा, विमला बोहरा, कनकलता सुराणा, सुनीता नांदेचा, प्रीति चंद्रावत, रानी सुराणा, नेहा बोहरा, वीणा नांदेचा आदि ने भी मुमुक्षु का अभिनंदन किया।

आध्यात्मिक मार्ग ही आत्मिक शांति का सच्चा साधन – मुमुक्षु भंसाली

स्थानक परिसर में समाजजनों के बीच चर्चा के दौरान मुमुक्षु ललित भंसाली ने कहा, “जीवन में अर्जित भौतिक संपदा से कभी स्थायी सुख नहीं मिलता। वास्तविक शांति तो केवल आध्यात्मिक मार्ग पर चलने से ही प्राप्त होती है। परिवार, रिश्ते और सांसारिक मोह को छोड़कर जो संतो के पथ का अनुसरण करता है, वही सच्चे अर्थों में आत्मिक आनंद का अनुभव कर सकता है।”

भंसाली ने गृहस्थ जीवन में भी धर्माराधना और मोहमाया से दूर रहने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मानव जीवन की सार्थकता को सेवा और साधना में बताया।

परिजनों ने जानकारी दी कि भंसाली बचपन से ही आध्यात्मिक विचारधारा से जुड़े रहे हैं। पिछले पाँच वर्षों से वे दीक्षा लेने के लिए स्वयं को और परिवार को तैयार कर रहे थे। अब अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर वे विधिपूर्वक दीक्षा ग्रहण करेंगे।

समारोह का संचालन शांतिलाल मोगरा ने किया तथा आभार प्रदर्शन वर्धमान स्थानक श्री संघ के अध्यक्ष महेश नांदेचा ने व्यक्त किया।

— अंतिम युद्ध | प्रफुल जैन


 

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