इंदौर, 24 अप्रैल 2025 | एन.एम.टी. न्यूज़ एजेंसी
इंदौर नगर के समर्थ सिटी क्षेत्र में बुधवार को एक दुर्लभ और पावन दृश्य देखने को मिला, जहाँ एक ही दिन में दो अलग-अलग दिगम्बर जैन संत संघों का आगमन हुआ। ऐसा दुर्लभ योग सामान्यतः देखने को नहीं मिलता, परंतु इन दिनों इंदौर की धरती पर अनेक पुण्य अवसर एक साथ साकार हो रहे हैं।
वर्धमानपुर शोध संस्थान के ओम पाटोदी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, प्रातः कालीन बेला में परम पूज्य आचार्य श्री 108 विशुद्धसागर जी महाराज के प्रभावी शिष्य मुनि श्री 108 प्रशम सागर जी, मुनि श्री प्रणुत सागर जी, मुनि श्री 108 साध्य सागर जी, मुनि श्री 108 जयेंद्र सागर जी, तथा मुनि श्री 108 विश्वमीत सागर जी ससंघ का विहार समर्थ सिटी से एन सिटी की ओर हुआ।
संध्याकाल में समर्थ सिटी ने एक और पुण्य अवसर का स्वागत किया, जब गणाचार्य आचार्य रत्न 108 श्री विरागसागर जी महाराज के परम शिष्य, क्षमामूर्ति आचार्य श्री 108 विशद सागर जी महाराज ससंघ (8 पीछी) एवं आर्यिका श्री 105 विर्मया श्री, आर्यिका विसंयोजना श्री माताजी ससंघ का स्मृति नगर से समर्थ सिटी में मंगल प्रवेश हुआ। इस अवसर पर श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर तथा समर्थ सिटी के समस्त जैन समाजजनों में अपार हर्ष और श्रद्धा का वातावरण देखने को मिला।
पाटोदी ने आगे बताया कि मंगलवार को समर्थ सिटी परिवार के शैलेश जी चन्देरिया के नेतृत्व में समाजजन अतिशय क्षेत्र बनेड़िया जी पहुँचे, जहाँ विराजमान आचार्य श्री सुन्दर सागर जी महाराज को समर्थ सिटी पधारने हेतु श्रीफल भेंट किया गया।
उल्लेखनीय है कि समस्त साधुजन परमेष्ठी शताब्दी देशनाचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के पट्टाचार्य महोत्सव में भाग लेने के लिए इंदौर नगर में विराजमान हैं। इस महोत्सव का आयोजन सुमति धाम में, श्रावक श्रेष्ठि श्री मनीष जी एवं सपना जी गोधा के नेतृत्व में भव्य रूप से किया जा रहा है। यह पाँच दिवसीय महोत्सव देश-विदेश में बसे श्रद्धालुओं में भी उत्साह और श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है।
– रिपोर्ट: ओम पाटोदी