श्रीमती कोमलदेवी श्रीश्रीमाल के नेत्रदान से दो लोगों को मिलेगा नया जीवन

रतलाम, 24 अप्रैल 2025 | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी

सेवा और परोपकार की अनुपम मिसाल पेश करते हुए टाटा नगर, रतलाम निवासी स्वर्गीय बसंतीलाल श्रीश्रीमाल की धर्मपत्नी एवं उपासना श्रीजी महाराज की सांसारिक माताजी श्रीमती कोमलदेवी श्रीश्रीमाल के निधन के उपरांत उनके नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न किया गया। यह एक प्रेरणादायक कदम बना, जिससे दो व्यक्तियों को दृष्टि की नई रोशनी प्राप्त होगी।

बुधवार व गुरुवार की मध्यरात्रि को श्रीमती श्रीश्रीमाल का निधन हो गया। इस दुखद समाचार के बाद डॉ. कीर्ति शाह ने उनके पुत्र राजेन्द्र श्रीश्रीमाल एवं अन्य परिजनों को नेत्रदान हेतु प्रेरित किया। परिजनों की सहमति मिलते ही काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव श्री गोविंद काकानी को इस पुनीत कार्य हेतु संपर्क किया गया।

श्री काकानी ने तत्परता दिखाते हुए नेत्रम संस्था के हेमन्त मूणत के सहयोग से गीता भवन न्यास के डॉ. जी. एल. ददरवाल को नेत्रदान हेतु सूचना दी। सूचना मिलते ही डॉ. ददरवाल अपनी टीम के सदस्यों मोहनलाल राठौड़ एवं भावेश तलाच के साथ बड़नगर से रतलाम पहुंचे और समय पर नेत्र संकलन की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण किया।

इस अवसर पर नेत्रम संस्था के ओमप्रकाश अग्रवाल, भगवान ढलवानी, सुशील मीनु माथुर और शिवम माथुर उपस्थित रहे और पूरे नेत्रदान अभियान में सक्रिय योगदान दिया।

नेत्रम संस्था द्वारा श्रीश्रीमाल परिवार के इस महान कार्य के लिए आभार व्यक्त किया गया और इसे समाज के लिए प्रेरणास्पद उदाहरण बताया गया। नेत्रदान जैसे कार्यों से जहां एक ओर दिवंगत आत्मा को शांति मिलती है, वहीं दूसरी ओर किसी जरूरतमंद को जीवन में नया प्रकाश प्राप्त होता है।


संवाददाता : महावीर संदेश – प्रफुल जैन

admin

admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *