प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी सहित मुनिमण्डल का थांदला में मंगल पदार्पण

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व्होरा परिवार ने मुमुक्षु अदिति बहन का आज्ञापत्र सौंपा, 5 जून को बदनावर में होगी दीक्षा

थांदला | 24 अप्रैल 2025 | एन.एम.टी. न्यूज़ एजेंसी

संयम तप महोत्सव के अंतर्गत अणु बगिया के शिखर पुरुष, धर्मदास गण के नायक, आगम विशारद बुद्धपुत्र प्रवर्तक पूज्य श्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. (आदि ठाणा-3) का सुजापुरा से एवं पूज्य संयतमुनिजी म.सा. (आदि ठाणा-8) का पेटलावद बावड़ी फारेस्ट पंचायत की ओर से थांदला में भव्य मंगल पदार्पण हुआ। संत मण्डल की अगवानी हेतु नगर के उत्तरी छोर पर सैकड़ों गुरु भक्त उमंग और उल्लास के साथ उपस्थित हुए।

गगनभेदी जयघोष—“देखो रे देखो कौन पधारे, भक्तों के भगवान पधारे” तथा “संयम इनका सख्त है, तभी तो लाखों भक्त हैं”—से समूचा वातावरण धर्ममय हो गया। भीषण गर्मी में पूज्य मुनिवर नंगे पैर इर्या समिति का पालन करते हुए पधारे, जिसे देख जैन और जनेत्तर समाज भाव-विभोर होकर नमन करता रहा। पौषध भवन में प्रवेश करते ही धर्मसभा का रूप धारण हो गया।

आदिनाथ भगवान का तप और अक्षय तृतीया का महात्म्य

प्रवर्तक श्री ने अपने प्रवचन में कहा कि तीर्थंकरों का चारित्र श्रवण मात्र से जीवों के पाप क्षीण होते हैं और पुण्य का उदय होता है। उन्होंने भगवान आदिनाथ के चारित्र के विभिन्न पूर्वभव—सार्थवाह, युगलिक, देवलोक एवं महाबल राजा रूपी जीवन का प्रेरणास्पद वर्णन किया। पूज्य श्री गिरीशमुनिजी ने बताया कि अक्षय तृतीया पर 300 से अधिक तपस्वियों द्वारा तप की आलोचना एवं शुद्धि की जाएगी।

गर्मी के बावजूद संतों का दिन में विहार करते हुए थांदला आना संयम की अद्वितीयता को दर्शाता है। आपने नागदा निवासी गौरव जाट के उदाहरण से संयम और धर्म के प्रति प्रेरणा लेने का संदेश भी दिया। उन्होंने मुमुक्षु नव्या बहन, अदिति बहन एवं ललित भैया को संयम मार्ग पर अग्रसर होते देख भावपूर्ण अनुमोदना की।

दीक्षा के लिए अदिति बहन का आज्ञापत्र सौंपा

धर्मसभा के प्रमुख क्षण में बदनावर निवासी व्होरा परिवार द्वारा मुमुक्षु अदिति बहन का पारिवारिक आज्ञापत्र पूज्य गुरुदेव को सौंपा गया। माता-पिता श्री शीतल सुशील व्होरा एवं परिजनों की ओर से दीक्षा की तिथि निर्धारण का निवेदन किया गया। गुरुदेव ने द्रव्य, क्षेत्र, काल एवं भाव की अनुकूलता के आधार पर आगामी 5 जून 2025 (गुरुवार, ज्येष्ठ सुदी दशमी) को वर्धमानपुर, बदनावर में दीक्षा तिथि घोषित की।

दीक्षा घोषणा के साथ ही सभा में जयकारों की गूंज फैल गई। मुमुक्षु अदिति बहन, पूज्या महासती संयमप्रभाजी म.सा. की सुशीष्या बनेंगी।

अदिति बहन की भावपूर्ण विनती

गुरुभक्ति से ओतप्रोत अदिति बहन ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि यह दिन उनके लिए अविस्मरणीय है। वे आज से मोक्षमार्ग की ओर पहला कदम रख रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने मोह पर विजय प्राप्त कर उन्हें इस पावन पथ पर आज्ञा दी, यही सच्चा त्याग है। उन्होंने सभी गुरुभगवंतों और समाज से उनकी दीक्षा में उपस्थित होकर मंगल आशीर्वाद देने की प्रार्थना की।

अदिति बहन का परिचय उनकी भाभी नीलू बहन व्होरा ने कराया, वहीं आज्ञापत्र का वाचन अनिल व्होरा द्वारा किया गया। संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने शाल और माला से बहुमान कर मुमुक्षु बहन एवं व्होरा परिवार को सम्मानित किया। संचालन संघ सचिव श्री प्रदीप गादिया ने किया।

थांदला में संयममयी वातावरण

संघ प्रवक्ता पं. महावीर संदेश पंकज चोरडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि थांदला में संतों का ठाठ लगा हुआ है। रतलाम, खवासा, बामनिया, पेटलावद, झाबुआ, मेघनगर, रम्भापुर, कल्याणपुरा व बदनावर से बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं धर्मसभा में सहभागी हुए।


 

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