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ढोल-धमाकों और अक्षत वर्षा के साथ की गई अगवानी
झाबुआ, 1 मई 2025 | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी
अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर ग्राम फूलमाल स्थित श्री विघ्नहारा आशापुरा धाम में भव्य पारणा महोत्सव का आयोजन हुआ। यह आयोजन थांदला में पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री जिनेन्द्र मुनि जी के सानिध्य में सम्पन्न हुआ। पारणा उपरांत इंदौर, करही, बगोद सहित विभिन्न क्षेत्रों से पधारे वर्षीतप के तपस्वियों का फूलमाल विहार धाम पर ढोल-धमाकों और अक्षत वर्षा के साथ आत्मीय स्वागत कर बहुमान किया गया।
ट्रस्ट अध्यक्ष डॉ. यशवंत भंडारी ने किया तप की गरिमा का वर्णन
कार्यक्रम का शुभारंभ ट्रस्ट अध्यक्ष डॉ. यशवंत भंडारी के प्रेरणादायी उद्बोधन से हुआ। उन्होंने बताया कि वर्षीतप जैन धर्म का सबसे प्राचीन एवं महत्त्वपूर्ण तप है, जिसकी शुरुआत भगवान आदिनाथ ने दीक्षा के साथ की थी। यह तप 400 दिनों का होता है जिसमें तपस्वी 2 वर्ष 80 दिन के भीतर 400 दिन का उपवास करते हैं। उन्होंने कहा कि इस दीर्घकालीन तप के पीछे तप, संयम और आराधना की पराकाष्ठा निहित है, और यह आज भी हजारों तपस्वियों द्वारा श्रद्धापूर्वक किया जाता है।
तपस्वियों का हुआ पारंपरिक सम्मान
पारणा के पश्चात, ट्रस्ट द्वारा तपस्वियों का बहुमान किया गया।
- इंदौर से पधारे श्री अशोक जैन का सम्मान सुनील संघवी (सचिव), वितराग जैन, प्रियेश कोठारी एवं सुरेशचंद्र जैन द्वारा तिलक, साफा, साल व श्रीफल प्रदान कर किया गया।
- श्रीमती प्रेमलता सांड का बहुमान श्रीमती ममता जैन एवं नेहा जैन ने किया।
- श्रीमती रेखा जैन का स्वागत श्रीमती चंद्रकांता बेन रिंगनोद और श्रीमती बिंदु भंडारी ने किया।
- श्रीमती वर्षा जैन (बगोद) का सम्मान श्रीमती श्वेता भंडारी एवं कुमारी हिया तथा धापू बेन (इंदौर) द्वारा किया गया।
संघ पूजा और अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
तपस्वियों के बहुमान के उपरांत भंडारी परिवार की ओर से संघ पूजा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में इंदौर से श्री दिलीप जी बोहरा, सुनील जी जैन, राजेश बंटी जैन, महाराष्ट्र से अमित जैन, खेतिया से मुकेश टाटिया, बगोद से कपूरचंद सांड, प्रवीण सांड, सनावद से विनोद जैन सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
संचालन एवं आभार
कार्यक्रम का कुशल संचालन निखिल भंडारी ने किया तथा आभार प्रदर्शन प्रियेश कोठारी द्वारा किया गया।
महावीर संदेश – रिंकू रुनवाल
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