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नगर के श्री शत्रुंजय आदिनाथ तीर्थधाम में बुधवार को भगवान श्री आदिनाथ के वर्षीतप पारणा दिवस के पावन अवसर पर भव्य अभिषेक एवं पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन समर्थ गच्छाधिपति पूज्य आचार्य श्री सूर्योदयसागर सूरीश्वरजी म.सा. के दिव्य आशीर्वाद तथा प्रवचन प्रभावक पूज्य आचार्य श्री सागरचंद्रसागर सूरीश्वरजी म.सा. की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
🔱 समाजजनों ने 2300 वर्ष प्राचीन भगवान आदिनाथ का केसर पूजन, अभिषेक एवं जयघोष के साथ पारणा उत्सव मनाया। मंत्रोच्चार की दिव्य गूंज और श्रद्धा से भरे वातावरण ने आयोजन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
🕉️ क्या है वर्षीतप पारणा दिवस?
श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी श्रीसंघ के पूर्व अध्यक्ष एवं श्री शत्रुंजय आदिनाथ तीर्थधाम ट्रस्ट के ट्रस्टी महेश रूणवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि भगवान आदिनाथ ने 400 दिवस की तपस्या के उपरांत इक्षू (गन्ने) रस से पारणा किया था। जैन धर्म में इसे वर्षीतप कहा जाता है और यह एक अत्यंत कठिन व्रत माना जाता है।
🙏 पूजन एवं अभिषेक का लाभ प्राप्त करने वाले श्रद्धालु:
- इक्षू रस से अभिषेक का सौभाग्य: विवेकजी प्रतिभाजी व इशानजी कटारिया परिवार
- केसर पूजा का लाभ: श्री चंद्रकांतजी चंपालालजी नासकावाला परिवार
- आरती एवं मंगल दीपक का लाभ: संघवी विमलजी विश्वासजी एवं स्वतंत्र जी मेहता परिवार
🔔 आयोजन में पधारे समस्त श्रद्धालुजनों एवं लाभार्थी परिवारों के प्रति श्री जैन श्वे. तपा. श्रीसंघ एवं श्री शत्रुंजय आदिनाथ तीर्थधाम ट्रस्ट, महिदपुर द्वारा हार्दिक आभार एवं अनुमोदना व्यक्त की गई।
✍🏻 रिपोर्ट: अंतिम युद्ध – राधेगुरु मोकड़ी
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