निपुणरत्न विजयजी महाराज ने युवाओं को दिया आत्मनिर्माण का संदेश
📍 मणिलक्ष्मी (गुजरात), 2 मई 2025 | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी
गुजरात स्थित श्री मणिलक्ष्मी तीर्थ में तीन दिवसीय गुरुकुलवास का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ। देशभर से पधारे युवा-युवतियों की भागीदारी से यह आयोजन आध्यात्मिक साधना, आत्मशुद्धि व धार्मिक जागरण का केन्द्र बना रहा।
📚 वाचना श्रेणी में 20 घंटे हुआ धर्मोपदेश
तीर्थ परिसर में प्रतिदिन तीन वाचना श्रेणियों में विविध आध्यात्मिक विषयों पर गहन मंथन हुआ। वाचनादाता पुण्यसम्राट गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य समता गुणरसिक मुनिराज श्री निपुणरत्न विजयजी म.सा. रहे।
तीनों दिन प्रतिदिन 2-2 घंटे की 3 वाचनाएं आयोजित की गईं। कुल 20 घंटे की इन वाचनाओं में धर्म, विनय, आत्मशुद्धि और साधना की विशेष प्रेरणा दी गई।
🕉️ वाचनाओं में हुआ विषयों का विविध विवेचन
🔹 प्रथम वाचना (प्रातः 5:30 – 7:30):
वर्धमान शक्रस्तव के “नमो मानज्जराय” पद पर आधारित इस वाचना में अभिमान की विनाशकारी प्रवृत्ति और विनय की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। मुनिराज ने कहा – “जहां अभिमान है, वहां विनय नहीं, जहां विनय नहीं, वहां धर्म नहीं – और बिना धर्म मोक्ष नहीं।”
🔹 दूसरी वाचना (प्रातः 9:30 – दोप. 12:00):
चोवीसी में से श्री महावीर स्वामी के स्तवन पर आधारित इस वाचना में भक्ति और मुक्ति का संबंध स्पष्ट किया गया। मुनिराज ने कहा – “परमात्मा के समक्ष सेवक बनकर दोषों को स्वीकार करना ही सच्ची प्रार्थना है।”
🔹 तीसरी वाचना (2:30 – 4:00 अपराह्न):
श्री स्थुलिभद्र चरित्र पर आधारित इस वाचन में विकारों से मुक्त जीवन, अनुचित वेश, पिकनिक स्थान व अभक्ष्य भोजन के त्याग की प्रेरणा दी गई।
🌅 भक्ति, प्रतिक्रमण और संयम के अनुपम क्षण
हर दिन सामूहिक चैत्यवंदन, भक्ति-आरती, संवेदना और प्रतिक्रमण की सुंदर श्रृंखला रही। आराधकों ने मौन व्रत, उचित वेश, मोबाइल त्याग और समय पालन जैसे नियमों का अनुकरण कर गुरुकुलवास को अनुकरणीय बना दिया।
तीन दिन तक अनेक आराधकों ने आयंबिल, एकासणा व बियासणा आदि तप आराधनाएँ कीं। वर्षीतप आराधक भी इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित थे। आयोजन के समापन पर अनेक आराधकों ने सामायिक, पूजा, वांचन व वेयावच्च आदि नियम अंगीकार किए।
🎶 संगीत प्रस्तुति एवं सहयोग
गुरुकुलवास के तीनों दिन श्रीसंघ के युवा श्रावकों – चारित्रभाई, दर्शन दोशी, कुशल शेठ, साहील धरु, हेत शेठ एवं आर्यभाई ने बिना साउंड सिस्टम के संगीत प्रस्तुति देकर वातावरण को भक्ति से सराबोर किया।
पूरे आयोजन में मणिलक्ष्मी तीर्थ पेढ़ी का विशेष सहयोग रहा। राष्ट्रीय अध्यक्ष वाघजीभाई वोरा एवं पंडितवर्य बाबुभाई भगत सहित अनेक विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
बिना किसी नाम की अपेक्षा के, युवा श्रावकों ने उत्कृष्ट सेवा का परिचय देते हुए सम्पूर्ण व्यवस्था सफलतापूर्वक निभाई।
🙏 आगामी गुरुकुलवास के लिए पाँच दिवसीय आयोजन की भावना
तीर्थ में उपस्थित समस्त आराधकों ने तीन दिवसीय गुरुकुलवास को अत्यंत लाभप्रद व स्मरणीय बताया। मणिलक्ष्मी परिवार एवं बालगोता परिवार ने आगामी गुरुकुलवास को पाँच दिनों तक आयोजित करने की भावना व्यक्त की।
✍🏻 महावीर संदेश | जीवनलाल जैन