थांदला, 03 मई 2025 | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी |
समाजसेवा, जीवदया और दान की भावना को साकार रूप देने वाली आस्था रोटी बैंक की संस्थापक कु. आस्था जैन लोढ़ा ने अक्षय तृतीया पर्व के पावन अवसर पर थांदला में आयोजित वर्षीतप पारणा महोत्सव में भाग लेते हुए तपस्वियों को अपने हाथों से पारणा करवाया। इस अवसर पर उन्होंने जीवदया अभियान के राष्ट्रीय संयोजक और वर्षीतप आराधक पवन नाहर से सौजन्य भेंट भी की।
इंदौर की समाजसेवी और ‘नाकोड़ा की पुकार’ के प्रधान संपादक अनिल जैन की सुपुत्री आस्था जैन न केवल इंदौर बल्कि सम्पूर्ण भारत में अपने “आस्था रोटी बैंक एटीएम” अभियान के माध्यम से पशु कल्याण और मानव सेवा के क्षेत्र में अग्रणी कार्य कर रही हैं। उनके द्वारा संचालित यह सेवा प्रकल्प इंदौर में हजारों पशुओं को प्रतिदिन अन्न उपलब्ध करा रहा है, साथ ही वृद्धाश्रमों, अनाथालयों और दिव्यांग आश्रमों में समय-समय पर भोजन और सहायता प्रदान की जाती है।
आराधकों के तप की अनुमोदना और संयम का सम्मान
थांदला में जैनाचार्य पूज्य श्री उमेश मुनि जी म.सा. के शिष्य पूज्य श्री जिनेन्द्र मुनि जी म.सा. के सान्निध्य में हो रहे जैन भागवती दीक्षा महोत्सव में शामिल होकर आस्था जैन ने वर्षीतप आराधकों के तप, संयम और साधना की सराहना करते हुए उनके तप की अनुमोदना की। उन्होंने कहा —
“तप के साथ यदि सेवा और दान की भावना भी जुड़ जाए, तो वह तप और अधिक फलदायी हो जाता है।”
आस्था ने तपस्वियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे “आस्था रोटी बैंक” जैसे सामाजिक कार्यों से जुड़कर अपने पुण्य में वृद्धि करें और जीवदया के सत्कार्य को जन-जन तक पहुँचाएं।
पवन नाहर से चर्चा, भविष्य की योजनाओं पर संवाद
इस अवसर पर आस्था जैन ने जीवदया अभियान के राष्ट्रीय संयोजक पवन नाहर को भी पारणा करवाया और उनके साथ एक सौजन्य भेंट के दौरान जीवदया के भविष्य के कार्यों को लेकर संयुक्त पहल और सहयोग की चर्चा की। दोनों ने मिलकर आने वाले समय में और अधिक प्रभावशाली तरीके से पशु कल्याण के कार्य करने का संकल्प भी लिया।
नारी शक्ति की मिसाल बनती आस्था जैन
आस्था जैन द्वारा आयोजित 1008 कन्या भोज, मिठाई वितरण, गरीबों की सहायता, और निराश्रितों को सांत्वना और सहारा देने जैसे सेवा कार्य इंदौर शहर के नागरिकों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुके हैं। देश के कई दानवीर भामाशाह परिवार उनके इस अभियान से जुड़कर निरंतर सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
उनकी सेवाओं के लिए आस्था जैन को कई गुरुभगवंतों एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। इंदौर शहर के सात बार स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम स्थान प्राप्त करने के पीछे भी कहीं न कहीं उनके रचनात्मक कार्यों का महत्वपूर्ण योगदान माना जा रहा है।
आस्था जैन अपने समर्पण का श्रेय सभी सहयोगी परिवारों और भामाशाहों को देते हुए कहती हैं —
“सेवा एक भावना है, जो जब समाज के हर व्यक्ति में जागृत हो जाती है, तब बदलाव निश्चित होता है।”
📜 विशेष सहयोग
महावीर संदेश – पंकज चोरडिया