आचार्य सूर्यश सूरीश्वरजी के सान्निध्य में धर्म और श्रद्धा का होगा महामिलन
झाबुआ | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी
धार्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण और आस्था से ओतप्रोत वातावरण में इस वर्ष लब्धि पूर्णिमा के पावन अवसर पर झाबुआ जिले से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित जैन तीर्थ देवझिरी पंडा में मणिभद्र हवन पूजन का भव्य आयोजन संपन्न होने जा रहा है। यह पावन कार्यक्रम परम पूज्य आचार्य सूर्यश सूरीश्वर जी महाराज के पावन सान्निध्य में संपन्न होगा।
10 मई को होगा मंगल प्रवेश, तीर्थ परिसर में गूंजेगा धर्मध्वनि
इंदौर से आचार्यश्री का देवझिरी तीर्थ में 10 मई को मंगल प्रवेश सुनिश्चित किया गया है। उनके चरण देवझिरी की धरा पर पड़ते ही वातावरण में धार्मिक चेतना और दिव्यता का संचार होगा।
श्रद्धालुओं में आचार्यश्री के दर्शन को लेकर उत्साह चरम पर है। तीर्थ क्षेत्र में स्वागत की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।
मणिभद्र वीर हवन पूजन – धर्म, शांति और आराधना का अनुष्ठान
लब्धि पूर्णिमा के शुभ दिन मणिभद्र वीर हवन पूजन का आयोजन तीर्थ क्षेत्र में होगा। यह पूजन समृद्धि, शांति और आराधना का दिव्य संगम होगा। श्रद्धालु मंत्रोच्चार और अग्निहोत्र के माध्यम से अपने जीवन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भरने का लाभ लेंगे।
प्रदेशभर से श्रद्धालुओं के आने की संभावना
इस भव्य आयोजन में झाबुआ जिले सहित प्रदेशभर के अनेक जैन समाजजनों के शामिल होने की प्रबल संभावना है। तीर्थ परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु विशेष व्यवस्थाएं, जैसे – ठहरने के लिए धर्मशालाएं, शुद्ध जल, प्रसाद वितरण और सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि का संचालन भी किया जाएगा।
तीर्थ में जुटेगा धर्म का महाकुंभ
देवझिरी तीर्थ पर होने वाला यह आयोजन केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि संयम, श्रद्धा और आस्था की प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति होगा। यह आयोजन जैन समाज की एकता, संगठन और सांस्कृतिक विरासत को पुनः उजागर करने का अद्वितीय अवसर बनेगा।
महावीर संदेश – रिंकू रुनवाल
“मणिभद्र हवन केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि श्रद्धा और शक्ति का संगम है। देवझिरी तीर्थ इस आयोजन से न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा से भर उठेगा, बल्कि समाज के लिए पुण्य, प्रेरणा और संयम का संदेश भी देगा।”