तीन दिवसीय आयोजन में 20 हज़ार से अधिक श्रद्धालुओं की ऐतिहासिक उपस्थिति, सेवा व संयम की बनी अनुपम मिसाल
थांदला | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी
संपूर्ण श्रद्धा, अनुशासन और संयम के साथ थांदला में आयोजित जैन भगवती दीक्षा एवं अक्षय तृतीया पारणा महोत्सव ने एक नया इतिहास रच दिया। तीन दिवसीय इस भव्य आयोजन में 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं की उपस्थिति, 330 से भी अधिक वर्षीतप आराधकों की पारणा तथा दो मुमुक्षुओं की दीक्षा समारोह के साथ थांदला नगरी धर्ममय हो उठी।
संतों के दिव्य सान्निध्य में हुआ दिव्य आयोजन
यह आयोजन पूज्यश्री धर्मदास गण परिषद एवं थांदला श्रीसंघ द्वारा गणनायक प्रवर्तक देव श्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. व गण की ठाणा-26 तथा ठाणा-34 की पूज्य साध्वीश्रीजीओं के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मध्यप्रदेश सहित देशभर से हजारों गुरुभक्तों ने सहभागिता की।
शुद्ध भावना, सशक्त व्यवस्था – एक संगठित प्रयास
संघ अध्यक्ष भरत भंसाली, महासचिव शैलेश पीपाड़ा (रतलाम), सचिव प्रदीप गाडिया, तथा लाभार्थी परिवार के राकेश तलेरा ने बताया कि इस विराट आयोजन में 200 से अधिक श्रीसंघों के श्रद्धालुओं ने भाग लेकर थांदला श्रीसंघ को सेवा का दुर्लभ अवसर प्रदान किया।
इस भव्य आयोजन में हिंदू सामाजिक संगठनों – सेवा भारती, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, नगर परिषद एवं जेनेत्तर समाजजनों का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ। यातायात, पार्किंग, आवास, भोजनशाला एवं अन्य व्यवस्थाओं में नगर की संस्थाओं ने तन-मन से भागीदारी निभाई।
विशेष दीक्षा समारोह – संयम की ओर दो आत्माएं
गणनायक प्रवर्तक देव ने सार्वजनिक रूप से दो मुमुक्षु आत्माओं को दीक्षा देकर संयम पथ पर अग्रसर किया।
- ललित भाई भंसाली अब पूज्य ललितमुनिजी म.सा.,
- नव्या बहन अब महासती पूज्या यशस्वीजी म.सा. के रूप में पूज्य संतों की शिष्य परंपरा में जुड़ गए।
इनकी दीक्षा पूज्य अतिशयमुनिजी म.सा. व शासन प्रभाविका महासती पूज्या संयमप्रभाजी म.सा. के चरणों में संपन्न हुई।
वर्षीतप पारणा – एक साथ 330 से अधिक तपस्वियों की उपस्थिति
यह धर्मदास गण परिषद के इतिहास में प्रथम बार हुआ जब 330 से अधिक वर्षीतप आराधकों का सामूहिक पारणा हुआ। थांदला के 72 स्थानीय तपस्वियों सहित सैलाना निवासी तपस्वी श्री अभय मोगरा के तेले-तेले की तपस्या की पारणा ने सभी को प्रेरित किया।
सम्मान समारोह व पूज्य वीर परिवारों का अभिनंदन
कार्यक्रम में 80 से अधिक संत-सती वीर परिवारों का सार्वजनिक सम्मान भी किया गया। यह आयोजन रत्नकुक्षी श्रीमती ताराबहन सुंदरलाल भंसाली परिवार के सौजन्य से दीक्षा अनुमोदना स्वरूप संपन्न हुआ।
सेवा, सहयोग और समर्पण की त्रिवेणी
नवयुवक मंडल, धर्मलता महिला मंडल, अणु बालिका मंडल तथा आसपास के संघों ने आवास व्यवस्था, धर्मसभा, भोजनशाला व पारणा स्थल पर सेवा कार्यों में उल्लेखनीय योगदान दिया। अणु पब्लिक स्कूल परिसर में
- नंदाचार्य साहित्य समिति द्वारा पुस्तकों का स्टाल,
- अणु मित्र मंडल इंदौर द्वारा मोबाइल काउंटर व शुद्ध राख वितरण काउंटर लगाया गया।
प्रशासन की ओर से नगर परिषद एवं सेवा भारती के स्वयंसेवकों ने व्यवस्था को उत्कृष्ट रूप से संभाला।
पत्रकारिता व मीडिया की प्रशंसा
संघ प्रवक्ता पवन नाहर ने सभी पत्रकार बंधुओं का हृदय से आभार जताते हुए कहा कि मीडिया कवरेज ने जिन शासन की प्रभावना को व्यापक रूप दिया।
समापन समीक्षा बैठक में सबके प्रति कृतज्ञता व्यक्त
संघ द्वारा आयोजित समीक्षा बैठक में आयोजन की सफलता का श्रेय सभी संस्थाओं, स्वेच्छा से सेवा देने वालों, प्रशासन, मीडिया व समस्त समाजजनों को दिया गया। साथ ही प्रमुख परिश्रमी राकेश तलेरा, प्रफुल्ल तलेरा का संघ की ओर से विशेष बहुमान किया गया।
महावीर सन्देश – पंकज चौरडिया
“थांदला महोत्सव केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि यह संयम, सेवा, समर्पण और श्रद्धा का महा उत्सव था, जिसने वर्तमान में भी धर्म की शक्ति को सजीव रूप में प्रकट किया। यह आयोजन एक प्रेरणा है – सेवा देने वालों के लिए और संयम अपनाने वालों के लिए।”