संस्कार और शिक्षा का संगम: नवागढ़ गुरुकुल में 30 जून तक प्रवेश जारी

 

नवागढ़ | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी
पवित्र अतिशय क्षेत्र नवागढ़ स्थित “श्री नवागढ़ गुरुकुलम्” ने नवीन शैक्षणिक सत्र हेतु प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। यह गुरुकुल न केवल लौकिक शिक्षा, बल्कि जैन दर्शन एवं संस्कारों के बीजारोपण का केंद्र बनकर उभर रहा है।

📚 शिक्षा के साथ संस्कारों का समावेश

गुरुकुल में कक्षा 6वीं से 8वीं तक के प्रतिभाशाली छात्रों को अंग्रेजी माध्यम से वरिष्ठ एवं अनुभवी शिक्षकों द्वारा शिक्षा दी जाती है। यहां धर्म, दर्शन एवं विज्ञान के साथ-साथ गणित, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, सामाजिक विज्ञान, ज्योतिष, वास्तु जैसे विषयों की गूढ़ जानकारी व्यवहारिक रूप में दी जाती है।

🏞️ प्राकृतिक परिवेश, आधुनिक सुविधाएँ

खुले प्राकृतिक वातावरण में छात्र प्रतिदिन पूजन, आरती, स्वाध्याय के साथ शुद्ध पौष्टिक भोजन ग्रहण करते हैं। यहां आधुनिक तकनीक द्वारा डिजिटल शिक्षा भी उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सके।

🌟 भगवान अरनाथ स्वामी के अतिशय से प्रेरणा

प्रागैतिहासिक नवागढ़ क्षेत्र, जहाँ आज भी भगवान अरनाथ स्वामी का अतिशय भक्तों को विपत्तियों से उबार रहा है, उसी भूमि पर ब्रह्मचारी जयकुमार निशांत भैया जी एवं पुष्प परिवार ने पंडित गुलाबचंद पुष्प की स्मृति में इस गुरुकुल की स्थापना की है।

🎓 उच्च शिक्षा का मार्ग प्रशस्त

गुरुकुल के मेधावी छात्रों को मुनिश्री प्रणम्य सागर जी महाराज के आशीर्वाद से रेवाड़ी अकलंक शरणालय, खुरई एवं मडिया गुरुकुल में आगे की शिक्षा हेतु विशेष सहयोग दिया जा रहा है।

📢 30 जून तक प्रवेश – आमंत्रण

यदि आप अपने बच्चों को धार्मिक अनुशासन, चरित्र निर्माण और आधुनिक शिक्षा से जोड़ना चाहते हैं, तो 30 जून तक श्री नवागढ़ गुरुकुलम् में प्रवेश दिलाएं। यह एक ऐसा मंच है जहाँ विद्यार्थी ज्ञान के साथ-साथ श्रवण संस्कृति के रक्षक बनते हैं।

🙏 आपका सहयोग – एक पुण्य अवसर

नवागढ़ गुरुकुलम समिति इस पावन विद्या यज्ञ को निशुल्क संचालित कर रही है। समाज के सहयोग से यह प्रयास अधिक सशक्त होगा। यह केवल एक प्रवेश नहीं, संस्कारों की परंपरा को जीवित रखने का संकल्प है।

🪔 महावीर संदेश – मनोज जैन नायक


 

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