चापड़ा। एनएमटी न्यूज़ एजेंसी।
वेसाख सुदी 11, दिनांक 8 मई को जैन शासन स्थापना दिवस का पावन पर्व अखिल भारतीय जैन श्वेतांबर युवक महासंघ एवं नवरत्न परिवार के आव्हान पर जैन श्री संघ चापड़ा द्वारा श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया।
यह आयोजन बागली रोड स्थित जैन मंदिर परिसर में सम्पन्न हुआ, जिसका संयोजन युवक महासंघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राजेश दुग्गड़ द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शासन वंदना गीत के साथ हुई, जिसके पश्चात विधिपूर्वक शासन ध्वज का वंदन व ध्वजारोहण संपन्न हुआ।
📖 शासन स्थापना का ऐतिहासिक संदर्भ
जैन श्री संघ चापड़ा के अध्यक्ष संतोष बरडिया ने शासन स्थापना दिवस का ऐतिहासिक महत्व समझाते हुए कहा कि वैशाख सुदी दशमी को भगवान महावीर स्वामी को केवलज्ञान की प्राप्ति हुई थी, और ठीक अगले दिन यानी ग्यारस के दिन प्रभु ने अपने प्रथम ग्यारह गणधरों को दीक्षा देकर जैन शासन की स्थापना की थी। उसी क्षण से चतुर्विध संघ (मुनि, आर्यिका, श्रावक, श्राविका) का उद्भव हुआ और धर्मप्रभावना का एक सशक्त युग प्रारंभ हुआ।
💬 प्रतिज्ञा और संकल्प
ध्वजारोहण के पश्चात उपस्थित सकल श्री संघ ने संकल्प लिया कि वे कभी भी देशविरोधी या धर्मविरोधी प्रवृत्तियों का समर्थन नहीं करेंगे, तथा धर्म की रक्षा और प्रचार-प्रसार के लिए पूर्ण निष्ठा और समर्पण से कार्य करेंगे।
👥 उपस्थित गणमान्यजन
इस अवसर पर संघ के उपाध्यक्ष डॉ. पी. सी. जैन, शांतिलाल भांसली, अशोक डांगी, धर्मेंद्र लोढ़ा, नरेंद्र बाबेल, स्वतंत्र जैन, त्रिलोक बरडिया, वर्धमान जैन (अलर्ट ग्रुप ऑफ़ इंडिया), गौरव दुग्गड़, राहुल बरडिया, नितेश बरडिया, हर्ष जैन, ललित जैन, अभिषेक बाबेल, मनीष सुराणा, आशीष सुराणा, राहुल पालरेचा, चंद्रप्रकाश जैन, ध्रुव धारीवाल, मंदिर पुजारी देवकरण सैनी, कैलाश बेन लुणावत व ज्ञानलता बरडिया सहित बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद रहे।
✍️ महावीर संदेश:
समापन अवसर पर गौरव दुग्गड़ द्वारा भगवान महावीर के अहिंसा, सत्य और संयम आधारित संदेश को सरल शब्दों में प्रस्तुत किया गया, जिसने उपस्थित जनों को आत्ममंथन और धर्म के प्रति और अधिक सजग होने की प्रेरणा दी।