जैन मिलन महिला शाखा द्वारा पक्षियों के लिए टांगे सकोरे, नसिया जी मंदिर परिसर में सेवा का अनुपम उदाहरण

भीषण गर्मी में मूक प्राणियों की प्यास बुझाने का लिया संकल्प
भिंड | एनएमटी न्यूज एजेंसी | रिपोर्टर – सोनल जैन | महावीर संदेश

भीषण गर्मी से जहां मनुष्य व्याकुल है, वहीं मूक प्राणी — पक्षी भी जल के एक-एक बूंद को तरस रहे हैं। इसी संवेदनशीलता को आत्मसात करते हुए जैन मिलन महिला शाखा, भिंड द्वारा एक सराहनीय पहल की गई। नसिया जी के पावन मंदिर प्रांगण में स्थित वृक्षों पर मिट्टी के सकोरे (पानी-पात्र) टांगे गए, ताकि पक्षियों को गर्मी में दाना-पानी उपलब्ध कराया जा सके।

इस सेवा अभियान का उद्देश्य मूक प्राणियों के प्रति दया, संवेदना और कर्तव्यबोध को प्रकट करना था। कार्यक्रम की प्रेरणास्त्रोत एवं वीरांगना मंत्री रेनू जैन ने न केवल सकोरे टांगे, बल्कि नियमित रूप से उनमें पानी भरने का संकल्प भी लिया। उन्होंने कहा –

“जिस प्रकार हमें जीने का अधिकार है, उसी प्रकार इन मूक पक्षियों को भी जीने का अधिकार है। यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम उनके जीवन की रक्षा हेतु प्रयास करें।”

🔸 धार्मिक भावना और सामाजिक सेवा का संगम

इस अवसर पर धार्मिक चेयरमैन वीरां स्नेहलता जैन, जैन तीर्थ रक्षा अभियान समिति की सदस्य मीरा जैन, अध्यक्ष सुनीता जैन, मंत्री रेनू जैन, रूबी जैन, मंजू जैन, कविता जैन सहित महिला शाखा की कई सदस्याएं उपस्थित रहीं। सभी बहनों ने मिलकर सकोरे में पानी एवं दाना भरकर सेवा की भावना को मूर्त रूप दिया।

🔸 सामाजिक संदेश: मूक प्राणियों के प्रति करुणा

यह आयोजन न केवल जैन समाज की जीवदया परंपरा का प्रतीक है, बल्कि समाज को यह भी संदेश देता है कि सेवा केवल मनुष्यों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, अपितु हर उस जीव के लिए होनी चाहिए जो हमारी प्रकृति का अभिन्न अंग है।

यह प्रेरणादायक पहल आने वाले समय में अन्य सामाजिक संगठनों के लिए एक उदाहरण बनेगी।

 

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