चामुंडेश्वरी पार्श्वनाथ विहार परिसर में भूमि पूजन समारोह संपन्न
इंदौर | एनएमटी न्यूज एजेंसी |
धर्मस्थल समाज की आस्था और विश्वास का प्रतीक होते हैं, जो ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति का माध्यम भी बनते हैं। इंदौर के सांवेर रोड स्थित चामुंडेश्वरी पार्श्वनाथ विहार परिसर में शनिवार को आयोजित भूमि पूजन समारोह ने इस विश्वास को और भी मजबूत किया। इस अवसर पर प.पू. आचार्य विश्वरत्न सागर म.सा. ने तीन शिखरों वाले जिनालय और चार मंजिला उपाश्रय भवन के निर्माण के शुभारंभ के दौरान धर्मस्थलों की महत्वपूर्ण भूमिका पर अपने विचार साझा किए।
🔸 आचार्य विश्वरत्न सागर म.सा. के आशीर्वचन
आचार्य विश्वरत्न सागर सूरीश्वर म.सा. ने अपने आशीर्वचन में कहा –
“धर्मस्थल केवल ईंट, सीमेंट, लोहे-सरिए से नहीं, बल्कि हमारे कर्म और भावनाओं के मिश्रण से बनते हैं। यही जिनालय और विहार हमारे समाज को चैतन्य और ऊर्जावान बनाए रखते हैं। यह चार मंजिला विहार धाम और तीन शिखर वाला जिनालय तीर्थ स्थल के रूप में समाज के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र बनेगा।”
🔹 भूमि पूजन और आयोजन का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ कुडाना चौराहा बायपास सांवेर रोड से हुआ, जिसमें प.पू. विश्वरत्न सागर म.सा., कीर्तिरत्न सागर म.सा., तीर्थरत्न सागर म.सा., और साध्वीवर्या अमितगुणाश्रीजी म.सा. सहित अन्य संत महात्माओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में पारंपरिक ढंग से बैंडबाजे के साथ संतों का स्वागत किया गया।
यह भूमि पूजन कार्यक्रम रमेशचंद्र ओस्तवाल परिवार, अरुण चौरडिया परिवार, और कई अन्य समाजसेवी परिवारों की मौजूदगी में हुआ।
🌱 निर्माण कार्य का विवरण
इस निर्माण कार्य के तहत 5,000 वर्गफुट में जिनालय, 3,000 वर्गफुट में साधु-साध्वी के ठहरने हेतु उपाश्रय और भोजनशाला का निर्माण किया जाएगा। यह परियोजना मालवा क्षेत्र के जैन समाज के लिए एक महत्वपूर्ण आस्था स्थल बनेगी।
पार्श्वनाथ ग्रुप के प्रमुख दीपक सुराना और निर्माण के लाभार्थी ओस्तवाल और चौरडिया परिवार को सम्मानित किया गया।
🎉 समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तित्व
इस आयोजन में दिलीप सी. जैन, ललित सी. जैन, मनीष सुराना, दीपक सुराना, विजय मेहता, कैलाश नाहर, शैलेन्द्र नाहर, सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति और समाजबंधु उपस्थित थे। सभी ने अपने योगदान और शुभकामनाओं के साथ इस परियोजना को सफल बनाने का संकल्प लिया।
“धर्मस्थल समाज को न केवल आस्था की ऊर्जा प्रदान करते हैं, बल्कि संस्कारों और सेवा के मार्ग पर भी हमारा मार्गदर्शन करते हैं।”
— प.पू. आचार्य विश्वरत्न सागर म.सा.
विशेष संवाददाता – महावीर संदेश, सतीश जैन