“मातृत्व – एक पल माँ और गौमाँ के साथ” विषय पर मनाया गया अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस
📍 शिमोगा | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी
जहाँ माँ केवल एक रिश्ता नहीं, बल्कि सृष्टि की सबसे कोमल भावना है — वहीं भारतीय जैन संगठन (बीजेएस) शिमोगा ने इस भावना को श्रद्धा, सेवा और भावनाओं के साथ जीवंत कर दिया। अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के उपलक्ष्य में श्री महावीर गौशाला परिसर में “मातृत्व – एक पल माँ और गौमाँ के साथ” विषय पर एक अत्यंत भावनात्मक, प्रेरणादायक व आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बीजेएस शिमोगा के अध्यक्ष प्रवीण सालेचा ने की। उनके साथ मंच पर मुख्य सचिव निखिल कोठारी, बीजेएस जोन ऑब्जर्वर गौतम विनायकिया, उपाध्यक्ष मनोज नाहर, सचिव आशीष, श्री महावीर जैन सेवा ट्रस्ट के कार्यकारी अध्यक्ष बाबूलाल पालरेचा और कांतिलाल संघवी सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
🌿 कार्यक्रम की शुरुआत गायों को फल अर्पण और 5100 किलो तरबूज वितरण से हुई, जो न केवल सेवा भावना का प्रतीक बना, बल्कि गौमाँ के प्रति श्रद्धा और करुणा की मिसाल भी।
📿 इसके पश्चात पवित्र नवकार मंत्र के सामूहिक पाठ से वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जाओं से सराबोर हो गया। वक्ता सुरेन्द्र मेहता ने मातृत्व की महत्ता पर गहन विचार साझा किए और उन वीर सपूतों को नमन किया जिन्होंने भारत माँ के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
💫 कार्यक्रम का सबसे भावनात्मक क्षण रहा — “मातृ-सम्मान अनुष्ठान”। इस दृश्य ने हर आंख को नम कर दिया, जब बच्चों ने अपनी माताओं के चरणों का पाद प्रक्षालन दूध से कर आशीर्वाद लिया। यह दृश्य न केवल मातृत्व का सम्मान था, बल्कि पीढ़ियों को संस्कारों से जोड़ने का अनमोल प्रयास भी।
🎉 कार्यक्रम में माताओं, महिलाओं और बच्चों के लिए कई रचनात्मक खेलों व गतिविधियों का आयोजन हुआ। विजेताओं को नारी शक्ति के उल्लास और सम्मान के प्रतीक स्वरूप पुरस्कार प्रदान किए गए।
इस पूरे आयोजन ने यह प्रमाणित कर दिया कि माँ केवल जननी नहीं, संस्कृति की जननी भी होती है — और गौमाँ हमारी संस्कृति की आत्मा।
📜 महावीर संदेश – दिनेश सालेचा