नागौर | एनएमटी न्यूज़ एजेंसी
जैसे तीर्थों पर तीर्थराज का आगमन होता है, वैसे ही ज्ञान, संयम और तप की साक्षात मूर्ति, पद्मश्री से अलंकृत, शांतिदूत, गच्छाधिपति परम पूज्य आचार्य श्री विजय नित्यनंद सूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा का पुण्यप्रदायक चातुर्मास इस वर्ष नगीना नगरी के रूप में ख्यात नागौर नगरी में होने जा रहा है।
श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्री संघ नागौर व श्री नित्य मंगल चातुर्मास समिति के संयुक्त संयोजन में दिनांक 5 जुलाई को गुरुदेव का भव्यातिभव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश नगर में होगा। यह दिन न केवल नागौर, बल्कि सम्पूर्ण मारवाड़ के लिए एक ऐतिहासिक अध्याय रचने जा रहा है।
पूज्य गुरुदेव के साथ पन्यास प्रवर श्री धर्मशील विजयजी म.सा. और प्रखर प्रवचनकार मुनिराज श्री मोक्षानंद विजयजी म.सा. आदि ठाणा का भी चातुर्मास प्रवेश होगा, जो इस आध्यात्मिक उत्सव को और भी दिव्य बनाएगा।
स्त्री साध्वी परंपरा को गौरवान्वित करती बरखेड़ा तीर्थ की उद्धारक साध्वी महत्तरा सुमंगला श्रीजी म.सा. की प्रशिष्या, साध्वी पूर्णप्रज्ञा श्रीजी म.सा. आदि ठाणा भी चातुर्मास हेतु नगर पधारेंगी। इनके सान्निध्य में महिलाओं के लिए विशेष आराधना व धर्म की साधना का अनुपम अवसर मिलेगा।
चातुर्मास के दौरान नागौर नगरी तप, त्याग और तत्त्वचिंतन की तीर्थनगरी के रूप में प्रतिष्ठित होगी। गुरुदेव के श्रीमुख से ज्ञानसरिता प्रवाहित होगी, आत्मा की निर्मलता हेतु प्रवचनों की गूंज गगन चूमेगी और पुण्य का अथाह संचय होगा।
संघ ने चातुर्मास के इस ऐतिहासिक अवसर को विशेष बनाने की समर्पित तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। देशभर के संघों, श्रद्धालुओं व धर्मप्रेमियों से नागौर पधारकर दर्शन, वंदन व प्रवचन लाभ लेने का आग्रह किया गया है।
इस शुभ आयोजन की जानकारी श्री दीपक जैन द्वारा दी गई।
📜 महावीर संदेश – जीवनलाल जैन