एनएमटी न्यूज़ एजेंसी | रिपोर्टर – दीपक जैन, कोसेलाव
कोसेलाव, पाली (गोडवाड़ क्षेत्र) — धर्म, तप और स्वाध्याय की त्रिवेणी से ओतप्रोत परम पूज्य तपागच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री मनोहरकीर्ति सागर सूरीश्वरजी महाराजा एवं आचार्य श्री उदयकीर्ति सागर सूरीश्वरजी महाराजा के आज्ञानुवर्ती, श्री माणिभद्रवीर के परम भक्त, प्रवचन प्रभावक मुनिराज श्री विश्वोदयकीर्ति सागरजी म.सा. का पावन चातुर्मास इस वर्ष राजस्थान के पावन गोडवाड़ अंचल स्थित कोसेलाव नगर में होने जा रहा है।
📿 4 जुलाई को होगा मुनिराज श्री का भव्य चातुर्मास प्रवेश
श्री कोसेलाव जैन संघ के तत्वावधान में यह चातुर्मास आयोजन धर्मानुरागियों के लिए एक दिव्य और पुण्यकारी अवसर लेकर आ रहा है। 4 जुलाई को मुनिश्री का मंगल प्रवेश समारोह अत्यंत श्रद्धा, उल्लास और भक्ति भाव से सम्पन्न होगा।
🔸 साध्वीश्री भावितरेखा म.सा. भी ठाणा सहित पधारेंगी
इस चातुर्मास में बहनों के लिए विशेष आराधना मार्गदर्शन हेतु प्रवर्तिनी साध्वीश्री पुण्यरेखा म.सा. की शिष्या, प.पू. साध्वी भावितरेखा श्रीजी म.सा. (भँवरी म.) आदि ठाणा के साथ पधार रही हैं। उनका आगमन बहनों को साधना व आराधना का विशेष अवसर प्रदान करेगा।
🔹 संघ में अद्भुत उत्साह, तैयारियाँ जोरों पर
श्री कोसेलाव जैन संघ ने नगरवासियों व सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस दुर्लभ अवसर का लाभ लेते हुए मुनिराज श्री के दर्शन-वंदन, प्रवचन श्रवण व चातुर्मास साधना से आत्मकल्याण का लाभ प्राप्त करें।
🌿 चातुर्मास – संयम, साधना और समर्पण का प्रतीक
मुनिराज श्री विश्वोदयकीर्ति सागरजी म.सा. के प्रवचनों में आत्मा की शुद्धि, जीवन में धर्म की स्थायित्वता तथा व्यवहार में संयम-संस्कार का संदेश सन्निहित रहता है। यह चातुर्मास कोसेलाव को धर्मप्रेम, जैन संस्कार और आत्मानुशासन की पावन ऊर्जा से भर देगा।
📌 महावीर संदेश:
“चातुर्मास आत्मजागृति का पर्व है — साधना से बदलती है जीवन की दिशा।”
— दीपक जैन, एनएमटी न्यूज़ एजेंसी