एनएमटी न्यूज़ एजेंसी | रिपोर्टर – जीवनलाल जैन, नागदा
ठाणे, महाराष्ट्र — मालव भूमि के गौरव, धर्मध्वजावाहक त्रिपुटी बंधु — मुनिराज श्री आगमरत्न सागरजी, मुनिराज श्री प्रशमसागरजी एवं मुनिराज श्री वज्ररत्न सागरजी म.सा. का इस वर्ष का पावन चातुर्मास महाराष्ट्र राज्य के ठाणे नगर में आयोजित किया जा रहा है।
यह चातुर्मास परम पूज्य आचार्य श्री नवरत्न सागर सूरीश्वरजी म.सा., आचार्य श्री अपूर्वमंगल सूरीश्वरजी म.सा. एवं स्वाध्याय रसिक श्री अमररत्नजी के दिव्य आशीर्वाद से सम्पन्न हो रहा है।
📿 6 जुलाई को त्रिपुटी बंधु का भव्य मंगल प्रवेश
श्री राजस्थान श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन संघ एवं श्री ऋषभदेवजी महाराज जैन धर्म टेम्पल एंड ज्ञाती ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में 6 जुलाई को ठाणे नगर में त्रिपुटी बंधु का अत्यंत भव्य मंगल प्रवेश होगा।
🔸 अंधेरी में दिए गए सामाजिक संदेश की गूंज
गौरतलब है कि पूर्व चातुर्मास के दौरान अंधेरी में त्रिपुटी बंधु ने प्री-वेडिंग शूट्स जैसी परंपराओं के खिलाफ जनजागृति अभियान चलाया था। हजारों युवाओं ने गुरुदेवों की प्रेरणा से यह संकल्प लिया था कि वे विवाह पूर्व इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रहेंगे। यह अभियान देशभर में सराहना का विषय बना।
🔹 ठाणे संघ में उत्सव जैसा माहौल
ठाणे जैन संघ में गुरुदेवों के आगमन को लेकर अपार उत्साह देखा जा रहा है। संघ द्वारा गुरु भक्तों से निवेदन किया गया है कि वे इस चातुर्मास में अधिकाधिक संख्या में उपस्थित रहकर दर्शन-वंदन एवं ज्ञानामृत का लाभ प्राप्त करें।
🌿 चातुर्मास – आत्मशुद्धि, स्वाध्याय और साधना का अवसर
गुरुदेवों की सन्निधि में यह चातुर्मास आत्मिक जागरण, शील-संयम और सामाजिक चेतना की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। त्रिपुटी बंधु के प्रखर प्रवचनों, शास्त्रचर्चा एवं जीवन निर्माणकारी मार्गदर्शन से समस्त समाज लाभान्वित होगा।
📌 महावीर संदेश:
“चातुर्मास केवल रुकने का नहीं, स्वयं को बदलने का पर्व है।”
— जीवनलाल जैन, एनएमटी न्यूज़ एजेंसी