इंदौर। एनएमटी न्यूज़ एजेंसी।
जहाँ अधिकांश लोग विदेश भ्रमण को प्रतिष्ठा का विषय मानते हैं, वहीं भारत के जैन सोशल ग्रुप लोटस ने राष्ट्रप्रेम और सिद्धांतों की मिसाल पेश करते हुए एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। 800 सदस्यों की प्रस्तावित तुर्की यात्रा को यह कहकर रद्द कर दिया गया कि “जो देश भारतविरोधी आतंकवाद का समर्थन करता है, उसका पर्यटन हम नहीं बढ़ावा देंगे।”
यह निर्णय लिया गया क्योंकि तुर्की ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान का खुला समर्थन किया, जबकि वही तुर्की जब प्राकृतिक आपदा में घिरा था, तब भारत ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना से उसे हरसंभव मदद पहुंचाई थी।
राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया निर्णय
जैन लोटस सोशल ग्रुप के इस साहसिक व राष्ट्रवादी कदम की हर ओर सराहना हो रही है।
फेडरेशन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री राजेश जैन ‘दद्दू’ ने कहा:
“भारत से बड़ा कोई तीर्थ नहीं। तुर्की की भारतविरोधी नीतियों को देखते हुए हमने तय किया कि देश के गौरव से समझौता नहीं करेंगे। हमारा पैसा उस देश में क्यों जाए जो पाकिस्तान जैसे आतंकी पोषक राष्ट्र का साथ देता है।”
समाज के वरिष्ठों ने की अनुमोदना
इस निर्णय का स्वागत करते हुए इंदौर दिगंबर जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. जैनेन्द्र जैन, महावीर ट्रस्ट अध्यक्ष अमित कासलीवाल, फेडरेशन की राष्ट्रीय शिरोमणि संरक्षिका श्रीमती पुष्पा कासलीवाल, हंसमुख गांधी, टी.के. वेद सहित देशभर के सोशल ग्रुप्स ने लोटस ग्रुप की राष्ट्रनिष्ठा की अनुमोदना की।
महावीर संदेश: “राष्ट्र सर्वोपरि”
जैन समाज हमेशा से अहिंसा, राष्ट्रसेवा और सामाजिक चेतना के लिए जाना जाता है। यह निर्णय एक बार फिर जैन समाज के राष्ट्रधर्म की भावना को प्रकट करता है।
महावीर संदेश के माध्यम से
राजेश जैन दद्दू ने समाज से अपील की कि—
“ऐसे समय में जब देश की गरिमा को चुनौती दी जा रही हो, हमें चाहिए कि हम अपने हर फैसले में राष्ट्रहित को प्राथमिकता दें। यही सच्ची देशभक्ति है।”