विदिशा में “जिन देशना प्रथम जैनत्व बाल युवा आध्यात्मिक संस्कार शिविर” का भव्य समापन

“धर्म की ज्योति, संस्कारों की शक्ति और ज्ञान की गूंज – यही हमारी पहचान है”

विदिशा।। एनएमटी न्यूज़ एजेंसी।
श्री शीतलनाथ दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर, किले के अंदर आयोजित जिन देशना प्रथम जैनत्व बाल युवा आध्यात्मिक संस्कार शिविर का समापन समारोह अत्यंत भव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ सम्पन्न हुआ। इस शिविर का उद्देश्य नन्हें बच्चों एवं युवाओं में जैन धर्म के मूल संस्कारों, आध्यात्मिक ज्ञान और नैतिक मूल्यों का बीजारोपण करना था।

शिविर के अंतिम दिवस पर आयोजित समापन समारोह में जिन देशना समूह के संचालक विराग शास्त्री (जबलपुर) ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा,

“जीवन में ज्ञानाभ्यास अत्यंत आवश्यक है। ज्ञान ही वह साधन है, जिससे सभी कार्यों की सिद्धि होती है।”

उन्होंने पूर्व समय की शिविर परंपरा की चर्चा करते हुए बताया कि कैसे पूरे देशभर में संस्कार शिविरों का आयोजन होता था, लेकिन समय के साथ धर्म के प्रति उदासीनता और व्यस्तताओं के चलते ये परंपरा क्षीण होने लगी। अब तीन वर्षों से इसे दोबारा प्रारंभ किया गया है, और तकनीक के सहारे इस वर्ष देशभर के 32 शहरों में शिविर सफलतापूर्वक आयोजित किए गए हैं।

शास्त्री ने बच्चों के माध्यम से समाज को जगाने की बात करते हुए कहा:

“अगर बच्चे से मोबाइल और चॉकलेट छीन ली जाए तो वह थोड़ी देर रोएगा और फिर चुप हो जाएगा, लेकिन अगर संस्कार नहीं होंगे तो वह जीवनभर रोएगा।”

समारोह में बच्चों ने परीक्षा दी थी, जिसके परिणाम घोषित किए गए। परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया:

🔹 कक्षा 1:

  • प्रथम: अक्षांश जैन
  • द्वितीय: अन्वी जैन
  • तृतीय: पूर्विका जैन

🔹 कक्षा 2:

  • प्रथम: अनुभवी बड़कुल
  • द्वितीय: आरुष जैन
  • तृतीय: सहजता जैन

🔹 कक्षा 3:

  • प्रथम: इच्छा जैन
  • द्वितीय: रितिका जैन
  • तृतीय: निमित्त जैन

🔹 कक्षा 4:

  • प्रथम: नीलेश जैन
  • द्वितीय: श्रीमती मणि जैन
  • तृतीय: श्रीमती जिनंदा जैन

इन सभी को विराग शास्त्री, निखिल शास्त्री, मलुकचंद जैन खेरुआ, पंडित शिखरचंद जैन और अमित भैया के करकमलों से प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किए गए।

सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन स्वरूप भी प्रमाण पत्र एवं उपहार वितरित किए गए। इसके पश्चात श्रीमती सुधा चौधरी (अखिल भारतीय महिला फेडरेशन) द्वारा समस्त विद्वानों का आभार व्यक्त किया गया।

मीना राजेन्द्र कुमार जैन ने युवाओं एवं नए शास्त्रीयों का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया। इसके साथ ही आयोजन समिति के सदस्यों – मलुकचंद जैन (अध्यक्ष, बड़ा जैन मंदिर ट्रस्ट), रवि पटेल, चक्रवर्ती जैन एड, डॉ. मक्खन लाल जैन, राजकुमार प्रिंस, राकेश मोदी, संजय अलंकार आदि ने सभी उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया।

समापन के अंतिम क्षणों में भक्ति संगीत, संस्कार गीत और जैन धर्म की महत्ता से जुड़ी प्रस्तुतियों ने समस्त वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत कर दिया।

👉 महावीर संदेश:

“धर्म की ज्योति जलती रहे, संस्कारों की गूंज बनी रहे और ज्ञान की राह पर अगली पीढ़ी बढ़ती रहे — यही इस शिविर का संकल्प है।”

– रिपोर्ट: शोभित जैन (महावीर संदेश, विदिशा)

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