नागदा में 7 जुलाई को चातुर्मास प्रवेश, पूरे क्षेत्र में भक्तिभाव की उमंग
नागदा।। एनएमटी न्यूज़ एजेंसी।
मालवा की पुण्यभूमि आज एक बार फिर आत्मिक सौभाग्य से अभिभूत है। पुण्य सम्राट राष्ट्रसंत युगप्रभावकाचार्य श्रीमद् विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी महाराज के कृपापात्र शिष्यगण – मुनि श्री प्रत्यक्षरत्न विजयजी म.सा. एवं मुनि श्री पवित्ररत्न विजयजी म.सा. का मध्यप्रदेश के विभिन्न नगरों में प्रवास, विहार और प्रवचन से सम्पूर्ण क्षेत्र धर्मरस में सराबोर हो रहा है।
राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ब्रजेश बोहरा (अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद्) ने जानकारी दी कि मुनिश्री द्वय ने मालवा में पदार्पण करते हुए पिटोल नगर में प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न किया। तत्पश्चात मेघनगर में 17 मई को स्थिरता रही, जहाँ दो दिवसीय विशेष प्रवचनों से श्रद्धालु श्रीसंघ को लाभान्वित किया गया।
🔸 18 मई को मेघनगर से विहार कर फुलमाल नगर,
🔸 19 मई को विहार कर झाबुआ,
🔸 तत्पश्चात रानापुर एवं पारा श्रीसंघ में पावन निश्रा रहेगी।
इसके उपरांत मुनिराजों की विशिष्ट स्थिरता 26 मई से 29 मई तक मोहनखेड़ा महातीर्थ स्थित दादा गुरुदेव श्रीमद विजय राजेन्द्र सूरीश्वर जी म.सा. की समाधि स्थल एवं जयन्तसेन म्यूजियम में रहेगी।
🔹 4 जून को मुनिभगवंत कुक्षी नगर में आयोजित जिनालय शताब्दी महोत्सव के अंतर्गत तीर्थ घोषणा कार्यक्रम में पावन निश्रा प्रदान करेंगे।
विशेष आमंत्रण: नागदा में चातुर्मास प्रवेश
7 जुलाई 2025 को श्री श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ नागदा एवं चातुर्मास समिति नागदा के सौजन्य से मुनिश्री द्वय का चातुर्मास प्रवेश नागदा जंक्शन पर आयोजित किया जाएगा।
समस्त श्रीसंघ, श्रद्धालु बंधु-भगिनी एवं धर्मप्रेमियों से भावपूर्वक विनती है कि अधिकाधिक संख्या में पधारकर इस आध्यात्मिक महायात्रा के सहभागी बनें।
📿 अंतिम सूत्र:
“जहाँ मुनिवर विचरण करते हैं, वहाँ धर्म, संयम और संस्कारों की त्रिवेणी बहती है।”
मालवा की पुण्यभूमि मुनिश्री के चरणों से धन्य हो रही है, आइए हम सब इस दुर्लभ सुअवसर का लाभ उठाएँ।
🖋 – रिपोर्ट: जीवनलाल जैन